मंडी, 08 मई : राज्य सरकार प्रदेश में चल रही रेडियोलॉजिस्टों (radiologists) की कमी को पूरा करने के लिए मौजूदा समय में तैनात जरनल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसरों (medical officers) को रेडियोलॉजी का 6 महीने का कोर्स करवाने पर विचार कर रही है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने आज जोनल हॉस्पिटल मंडी का दौरा करने के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में दी।
डा. शांडिल ने कहा कि नया रेडियोलॉजिस्ट बनने में 3 से 4 वर्षों का समय लग जाता है जबकि रेडियोलॉजिस्ट का काम मशीन को ऑपरेट करने का ही होता है। ऐसे में मौजूदा डॉक्टरों को इसका 6 महीने का कोर्स करवाकर इस कमी को अस्थायी तौर पर दूर किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जोनल हास्पिटल सहित अन्य स्थानों पर रेडियोलॉजिस्टों की अस्थायी नियुक्तियों पर भी सरकार ध्यान दे रही हैं। जहां दो या इससे अधिक रेडियोलॉजिस्ट हैं उन्हें अस्थायी तौर पर दूसरे स्थानों पर भेजा जाएगा। निजी संस्थानों द्वारा जो अधिक दाम वसूले जा रहे हैं उन पर भी सरकार लगाम लगाने की दिशा में कार्य करने जा रही है।
शांडिल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले निजी क्षेत्रों की तरफ अधिक आकर्षित हो रहे हैं। चाहे वो डॉक्टर हो या फिर ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट। क्योंकि इन्हें प्राइवेट में ज्यादा सुविधाएं मिल रही है। इन लोगों का पलायन रोकने के लिए सरकार सरकारी क्षेत्र में अधिक सुविधाएं देने पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जल्द ही 200 डॉक्टरों और 700 स्टाफ नर्सों की तैनात की जाएगी।