सुंदरनगर, 12 मई : जहां एक तरफ हिमाचल सरकार आर्थिक तंगी से जूझने की बात कर रही है। वहीं, हिमाचल डेंटल कॉलेज (Himachal Dental College) सुंदरनगर प्रदेश राजस्व विभाग की करोड़ों की लीज मनी (Lease Money) पर कुंडली मारकर बैठा हुआ है। विभाग को अब तक हिमाचल डेंटल कॉलेज प्रबंधन की तरफ से 16 करोड़ रुपए लीज मनी की अदायगी बाकी है।
करोड़ों की अदायगी को लेकर डेंटल कॉलेज प्रबंधन को तहसीलदार के कार्यालय में तलब किया गया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रबंधन (Managment) द्वारा विभाग को करोड़ों की अदायगी की एवज में मात्र 8 लाख रूपए देने की पेशकश की गई। इस पर तहसीलदार वेद प्रकाश ने कॉलेज प्रबंधन की ओर से लीज मनी के 8 लाख रूपयों का चैक लेने से इंकार कर दिया गया। अब विभाग द्वारा दिशानिर्देशों को नजर अंदाज किए जाने पर एक महीने के भीतर एकमुश्त (One Installment) पूरी लीज मनी की राशि जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
मामले पर तहसीलदार वेद प्रकाश ने कहा कि नियमों के तहत तय की गई लीज राशि जमा करवाना जरूरी है। पिछले लंबे समय से राशि जमा न किए जाने की सूरत में हिमाचल डेंटल कॉलेज प्रबंधन से एकमुश्त 16 करोड़ रुपए की लीज मनी की राशि जमा करवाने के लिए एक माह का अल्टीमेटम दिया है। वेद प्रकाश ने कहा कि अगर कॉलेज (College) प्रबंधन लीज मनी को निर्धारित समय में जमा नहीं करवाता है, तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि सुंदरनगर शहर में हिमाचल डेंटल कॉलेज को राजस्व विभाग (Revenue Department) द्वारा वर्ष 1998 में सरकारी भूमि (Government Land) को लीज पर दिया गया था। राजस्व विभाग और कॉलेज प्रबंधन के बीच लीज अवधि 45 वर्ष के लिए थी। इसके तहत शुरुआती दौर में कॉलेज प्रबंधन द्वारा नियमों के अनुसार लीज राशि जमा करवाई गई। लेकिन वर्ष 2004 में प्रबंधन की ओर से लीज मनी 4 करोड़ और अब राशि बढ़कर 16 करोड़ रुपए पहुंच गई है। जिसका भुगतान हिमाचल डेंटल कॉलेज को विभाग को करना पड़ेगा।