शिमला, 4 मई : हिमाचल प्रदेश के मंडी जनपद के धर्मपुर के सकलाना गांव की बेटी कविता ठाकुर ने रसायन विज्ञान (Chemistry) में कॉलेज कैडर की सहायक प्रोफैसर (Assistant Professor) बनने में सफलता अर्जित की है। रसायन विज्ञान की शाखा ऑर्गेनिक केमिस्ट्री (organic chemistry) में कविता की गहरी दिलचस्पी है। इसकी वजह पूछने पर कविता ने बताया कि रिएक्शन पसंद हैं। चूंकि मेडिकल की स्टूडेंट रही है तो हमेशा से ही ये लगता था कि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री हमारे शरीर से भी जुड़ी है। ये बात जानकर रसायन विज्ञान के प्रति दिलचस्पी गहराती गई।
केहर सिंह सकलानी व चंपा देवी के घर जन्मीं कविता की सफलता में खास ये है कि पीएचडी (Ph.D) की पढ़ाई के साथ-साथ लोक सेवा आयोग (HPPSC) की परीक्षा की तैयारी में भी जुटी रही। सैट व गेट की परीक्षाएं उत्तीर्ण कर चुकी कविता ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) से एमएससी की पढ़ाई की है। इसके बाद पीएचडी में भी दाखिला मिल गया था।
पिता केहर सिंह सकलानी आईटीआई में प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कविता ने बताया कि सीएसआईआर पालमपुर (CSIR Palampur) से एक साल का रिसर्च प्रोजेक्ट भी किया है।
आपको बता दें कि कविता ने बीएससी मेडिकल की पढ़ाई करसोग काॅलेज से की है, जबकि दसवीं व बारहवीं की पढ़ाई चेलचौक से की। स्कूल की शिक्षा के दौरान भी कविता होशियार छात्रों में शामिल रहती थी।
एक सवाल के जवाब में कविता ने कहा कि हालांकि जमा दो के बाद एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई का अवसर भी था, लेकिन शुरू से ही केमिस्ट्री में रूचि रही। कविता ने कहा कि अध्यापन ही करना चाहती थी। इसी कारण कॉलेज कैडर में प्रोफैसर बनने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ था।
ये मूलमंत्र…
कविता का कहना था कि परीक्षार्थी को आयोग के पुराने प्रश्न पत्रों का आकलन अवश्य करना चाहिए। औसतन परीक्षा की तैयारी के लिए 3 से 4 घंटे का वक्त माकूल होता है। एमएससी तक की पढ़ाई को रिवाइज करना चाहिए।