नाहन, 13 अप्रैल : अराध्य देव शिरगुल जी महाराज के चूड़धार स्थित प्राचीन मंदिर के कपाट शुक्रवार को बैसाखी के पावन अवसर पर खुल रहे हैं। चूड़धार मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष व एसडीएम चौपाल ने बताया कि 14 अप्रैल से मंदिर में पूजा-पाठ का कार्य विधिवत शुरू हो जाएगा। श्रद्धालुओं के दशनार्थ मंदिर खुला रहेगा। इसी बीच एसडीएम ने श्रद्धालुओं को चूड़धार यात्रा सावधानीपूर्वक करने की सलाह भी दी है।

एसडीएम ने कहा कि चूड़धार जाने वाले रास्ते में इस समय भी काफी बर्फ मौजूद है। यात्रा जोखिम भरी हो सकती है। दरअसल, इस बार मार्च के महीने में भी चूड़धार चोटी पर 2-3 बार खासा हिमपात हुआ। चूड़धार चोटी का अंतिम पड़ाव इस समय भी बर्फ से ढका हुआ है।
उल्लेखनीय है कि सर्दियां शुरू होेते ही चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया जाता हैै। चूड़ेश्वर सेवा समिति भी श्रद्धालुओं के रात्रि ठहराव व भंडारे की उचित व्यवस्था की तैयारी में जुट गई हैै। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की प्रतीक चूड़धार चोटी पर शिरगुल जी महाराज के समक्ष शीश नवाजने पहुंचते हैं।