नाहन, 13 अप्रैल : सिरमौरी चीते के तौर पर पहचान रखने वाले धावक सुनील शर्मा प्राचीन कालीस्थान मंदिर से मिशन “द ग्रेट सिरमौर रन-4″(The Great Sirmour Run-4) पर निकल गए हैं। सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास चैरिटी रन (Cherity Run) शुरू हुई। शहर के बाजारों में पहुंचकर सुनील ने जरूरतमंदों के लिए चैरिटी जुटाई। इसके बाद सीधे ही पांवटा साहिब की तरफ दौड़ पड़े। करीब 11 बजे से पहले सुनील दोसड़का तक का सफर पूरा कर चुके थे।
हालांकि, मंदिर के प्रांगण में बड़ी संख्या में जनसैलाब था, लेकिन इस भीड़ में उन 9 जरूरतमंद परिवारों की आंखों में एक उम्मीद थी, जिनके बच्चों के लिए धन जुटाने के लिए सुनील मिशन पर निकला है। सुनील का जज्बा मायने रखता है। इसका कारण ये है कि करीब 500 किलोमीटर की रन करने के लिए सुनील प्रैक्टिस में नहीं था। लेकिन सुनील को ये बात बखूबी स्मरण है कि जब दिव्यांग बेटी हौसले के दम पर माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) फतह कर सकती है तो वो जरूरतमंद गरीब परिवारों के लिए ‘रन’ क्यों नहीं कर सकते।
बता दें कि सुनील की दौड़ इस बार सिरमौर के बाद शिमला जिला के नेरवा, चौपाल, सैंज, कोटखाई जुब्बल, रोहडू, नारकंडा, ठियोग से होते हुए शिमला में समाप्त होगी। सुनील का कहना है कि 22 अप्रैल तक शिमला पहुंचने का लक्ष्य है, लेकिन एक दिन आगे-पीछे हो सकता है, क्योंकि वो जरूरतमंदों के लिए चैरिटी जुटाने निकले हैं।
उल्लेखनीय है कि पहले सुनील को लग रहा था कि वो अकेले होंगे, लेकिन धीरे-धीरे कारवां बनता जा रहा है। चंद रोज से तापमान में भी वृद्धि हो रही है। ऐसे में पांवटा साहिब से गुजरना धावक के लिए आसान नहीं हो सकता। सुनील ने ये भी अपील की कि गरीब मरीजों के लिए आर्थिक मदद बेशक ही न पहुंचे, लेकिन दुआएं पहुंचे तो निश्चित तौर पर अनमोल जीवन सुरक्षित रहेंगे।
सुनील ने बताया कि जरूरतमंदों में कैंसर, हार्ट, किडनी इत्यादि के मरीज हैं, उन्हें सर्जरी के लिए तत्काल आर्थिक मदद की दरकार है। सुनील ने राज्य सरकार से भी जरूरतमंद मरीजों को आर्थिक मदद उपलब्ध करवाने की अपील की है।