सुंदरनगर, 06 अप्रैल : सिविल अस्पताल सुंदरनगर में पिछले डेढ़ माह से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट का मुद्दा गुरुवार को विधानसभा सत्र के दौरान प्रमुखता से उठाया गया है। विधायक राकेश जंवाल ने नियम-62 के अंतर्गत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से प्रदेश सरकार का ध्यान इस मुद्दे की ओर आकर्षित किया है। राकेश जंवाल ने सदन में प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि पिछले कुछ दिनों में देश और प्रदेश में कोरोना के मामलों में बढ़ौतरी हुई है।
कोरोना के दौर में विधानसभा में भी संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रश्न उठाए गए थे। सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विभिन्न प्रकार की कमियों को पूरा करते हुए ऑक्सीजन प्लांट को भी स्थापित किया गया था। इस ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से विभिन्न वार्डों के 60 बैड़ों को सेंट्रलाइज ऑक्सीजन सप्लाई के साथ जोड़ा गया था। लेकिन यह ऑक्सीजन प्लांट बीते डेढ़ माह से ड्रायर का एक स्विच खराब होने के कारण बंद पड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को एक स्विच बदलने के लिए डेढ़ माह का समय लग गया है। अभी तक भी पीएसए प्लांट बंद पड़ा हुआ है। राकेश जंवाल ने कहा कि जहां एक ओर प्रदेश सरकार द्वारा अस्पतालों में बड़ी-बड़ी मशीनें स्थापित करने की बातें की जाती हैं। वहीं पहले से स्थापित मशीनरी को ठीक नहीं करवा पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस ऑक्सीजन प्लांट को ठीक करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय तक मात्र पत्राचार ही किया गया है। लेकिन आज दिन तक ऑक्सीजन प्लांट शुरू नहीं हो पाया है। वहीं प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल्य ने जबाब देते हुए सदन में कहा कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में ऑक्सीजन प्लांट को ठीक करने को लेकर उनके द्वारा संज्ञान लिया गया है। इसी हफ्ते इस ऑक्सीजन प्लांट को ठीक करने के लिए टीम आएगी और इसे शुरू कर दिया जाएगा।
बता दें कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मरीजों को उनके बेड्स पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए 31 दिसंबर 2021 को डेढ़ करोड़ की लागत से 500 एलपीएम प्रेशर स्विंग एड्जॉर्प्शन प्लांट (पीएसए) को स्थापित किया गया था। बीते डेढ़ माह से सिविल अस्पताल में पीएसए प्लांट बंद पड़ा हुआ है। इस ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने के बाद विभाग इसकी एक बार भी सर्विस तक नहीं करावा पाया है। ऑक्सीजन प्लांट बंद होने के कारण 150 बैड वाले नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में जहां गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अस्पताल प्रबंधन को रोजाना मंडी से ऑक्सीजन के सिलेंडरों का इंतजाम करना पड़ रहा है।