शिमला, 10 मार्च : हिमाचल की ‘सुक्खू सरकार’ ने बजट सत्र से पहले राज्य के 19 महाविद्यालयों को बंद करने का फरमान जारी किया है। महाविद्यालयों को लेकर अधिसूचनाओं को डिनोटिफाई (denotify notifications) कर दिया गया है। बिलासपुर में सवारघाट व बलसिना को डिनोटिफाई किया गया है। चंबा में मसरुंद, हमीरपुर में गलोर व लंबलू को डिनोटिफाई करने के आदेश हुए हैं।

कांगड़ा में चार महाविद्यालय डिनोटिफाई किए गए हैं, इसमें बृंदा, कोटला, रिरकमर व चड़ियार शामिल हैं। मंडी जनपद में पंगाना, पंडोह व बग्गा हैं। शिमला में जलोग, सिंघला में संस्कृत कॉलेज व सिरमौर में सतौन कॉलेज को डिनोटिफाई किया गया है। सोलन में ममलीग, चंडी व बरुना महाविद्यालय बंद किए गए हैं। इसके अलावा कुल्लू के जगतसुख में संस्कृत महाविद्यालय को भी डिनोटिफाई कर दिया है।
शिक्षा सचिव के स्तर पर महाविद्यालयों को बंद करने की अधिसूचना जारी की गई है। उल्लेखनीय है कि जयराम सरकार ने अप्रैल 2022 के बाद 23 महाविद्यालयों को अधिसूचित किया था। इसमें से 17 डिग्री कॉलेज व दो संस्कृत कॉलेज डिनोटिफाई हुए हैं। ये भी बताया जा रहा है कि डिनोटिफाई कॉलेजों से सहायक प्रोफैसर (assistant professor) को जल्द ही स्थानांतरित किया जाएगा।