नाहन, 25 फरवरी : जिला मुख्यालय के नजदीक स्थित पंचायत बिक्रमबाग के किसान पिछले लगभग 9 माह से सिंचाई योजना के न चलने से सूखे का दंश झेल रहे हैं। जिले में सबसे अधिक आम की पैदावार करने वाली पंचायत में किसानों की अन्य फसलें भी सिंचाई का पानी न मिलने से लगातार सूख रही है। नाहन सल्तनत के समय महाराजा सिरमौर ने मारकंडा नदी से प्रवाह सिंचाई योजना से बिक्रमबाग की असिंचित भूमि को पानी पहुंचाया था।
बाद में हिमाचल प्रदेश जल शक्ति विभाग ने इसका अधिग्रहण कर लिया। हर बरसात में 400 -500 बीघा भूमि को सींचने वाली इस योजना की कुल्हें मलबा आदि आने के कारण बंद हो जाती है। मगर सिंचाई विभाग इसे अक्टूबर तक मरम्मत करवा लोगों को दोबारा से सिंचाई सुविधा प्रदान करता है। मगर इस वर्ष विभाग ने इस और ध्यान न देकर किसानों को सिंचाई सुविधा से महरूम कर दिया। किसान कृषि विकास एवं सिंचाई कुल्ह योजना के सचिव सुशील कुमार सैनी ने शनिवार को इस समस्या को लेकर विधायक नाहन, जिलाधीश सिरमौर व प्रेस को इसका शिकायत पत्र सौंप कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
सैनी का कहना है कि लगभग 400 -500 बीघा जमीन विभाग की लापरवाही से असिंचित रह गई है। उन्होंने सिंचाई योजना के बीच में पाइपों के टूटने, पाइपों में ब्लॉकेज व कूल्हों में मलबा आने व कटाव होने की वजह से शीघ्र मरम्मत करवाने का भी अनुरोध किया है। पथराला खाला के समीप 30 मीटर कुल्ह बरसात में बिल्कुल क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इस वजह से कई छोटे गांव में पेयजल समस्या भी है। सैनी ने तत्काल समस्या का समाधान करने व किसानों को सूख चुकी फसलों का मुआवजा देने की भी अति शीघ्र मांग की है।