मंडी, 09 जनवरी : निपुण भारत अभियान के तहत 2026 तक पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों को निपुण बनाया जाएगा। इसी लक्ष्य को लेकर शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंडी में जिला स्तरीय पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सोमवार से शुरू हो गया। इसमें प्राइमरी कक्षाओं के पहली से तीसरी कक्षा के अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण राज्य स्तरीय रिसोर्स पर्सन द्वारा दिया जा रहा है।
समग्र शिक्षा अभियान के जिला परियोजना अधिकारी मंडी बलवीर भारद्वाज ने बताया कि बुनियादी शिक्षा व गणित विषय पर समग्र शिक्षा अभियान के अर्तंगत 130 अध्यापकों का जिला स्त्रोत वर्ग बनाया जा रहा है, जिसमें शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात 130 अध्यापक ब्लॉक स्तर पर जाकर अन्य अध्यापकों को प्रशिक्षण देंगें।
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अर्तंगत चार चरणों में शिक्षा प्रदान की जायेगी जिसका प्रथम चरण बुनियादी साक्षरता है जिसमें भाषा और गणित के ऊपर जोर दिया गया है। जिसमें भाषा को बोलना सोचकर बोलना सोचकर गिनना गणित को समझ के साथ सिखना और भाषा को भी समझ कर के चलना आदि विषयों पर पांच दिन के शिविर में चर्चा कि जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 3000 अध्यापकों को यह प्रशिक्षण प्रदान किया।
वहीं शिक्षण व प्रशिक्षण प्रभारी विजय शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उदेश्य जिला के हर अध्यापक को निपुण बनाना है क्योंकि यदि अध्यापक निपुण होगा तो वे अपनी कक्षा के हर विद्यर्थी को निपुण बना सकता है। उन्होंने कहा कि 2025 से 26 तक जिला का हर पढ़ने वाला बच्चा व प्रत्येक छात्र को निपुण बनाने और उन्हें आधार भूत भाषा के कौशल, आधार भूत संख्या व संख्या के ज्ञान और इनकी बारिकियों को समझने का लक्ष्य रखा गया है।