नाहन (एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार लोगों के लिए कारगर साबित हो रही है। इसी परियोजना के तहत कफोटा क्षेत्र की सुविधाकर्ता सुनीता शर्मा अन्य महिलाओं व पुरूषों को स्वावलंबी बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रही है।
लावलीहुड कंपोनेंट की सुविधाकर्ता सुनीता शर्मा के कार्यों को वल्र्ड बैंक की टीम ने भी सराहा है। सनद रहे कि वल्र्ड बैंक की टीम भी कफोटा क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना के तहत जीविकोपार्जन गतिविधियों का निरीक्षण करने पहुंची थी। टीम ने गांव के लोगों द्वारा एकत्रित जानकारी के अनुसार कोर्सों की प्रशंसा की थी।
बता दें कि इस योजना में पैसा वल्र्ड बैंक द्वारा मिड हिमालय को दिया जाता है। कफोटा में चल रहे जीविकोपार्जन की गतिविधियों में सुविधाकर्ता सुनीता शर्मा बखूबी इन कार्यों को खुद देख रही हैं। टीम में शामिल लोगों ने सुविधाकर्ता सुनीता शर्मा द्वारा क्षेत्र में चलाए जा रहे कोर्सों की जमकर सराहना की थी। साथ ही यह भी आश्वासन दिया था कि भविष्य में भी विभिन्न कोर्सों को चलाने के लिए परियोजना व वल्र्ड बैंक उनका सहयोग किया जाएगा। सुविधाकर्ता सुनीता शर्मा अपने क्षेत्र में चंचल स्वभाव व कर्तव्य प्रणायता के लिए जानी जाती हैं।
दूसरी तरफ मिड हिमालयन परियोजना को बुलंद तरीके से मजबूत करने में लावलीहुड कंपोनेंट इसमें भरपूर सहयोग कर रहा है। परियोजना के अंतर्गत महिला व पुरूषों को कई प्रकार के कोर्स सीखा कर उनको जीविका के भरपूर साधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना के अंतर्गत क्षेत्र में दर्जनों कोर्स चलाए जा रहे हैं। कुछ कोर्स खत्म हो गए हैं। जबकि कुछ कोर्स चले हुए हैं। इस योजना के तहत कई लोगों ने लाभ उठा कर उन्हें स्वयं स्वाबलंबी बनकर कर अन्यों को भी काम दिया जा रहा है। परियोजना के तहत चार कंपोनेंट चलाए जा रहे हैं। इसमें लावलीहुड, फोरेस्ट्री, वैटनरी व एग्रीकल्चर हैं। जबकि क्षेत्र में लावलीहुड कंपोनेंट कार्य कर रहा है।
कफोटा क्षेत्र में चल रहे दर्जनों कोर्स
हिमाचल प्रदेश मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना के तहत कफोटा क्षेत्र में लावलीहुड कंपोनेंट के तहत क्षेत्र में दर्जनों कोर्स करवाए जा रहे हैं। इसमें महिलाओं के लिए कटिंग, कटिंग टेलरिंग, खादी, ब्यूटिशियन, मुर्गीपालन, मशरूम व वर्मी कंपोस्ट के अलावा पुरूषों के लिए बार्बर, राज मिस्त्री, कारपेंटर, पेंटर व बैंड बाजा पार्टी के लिए भी कोर्स चलाए जा रहे हैं।
महिलाओं में 500 के करीब महिलाएं इन कोर्सों से फायदा ले रही हैं। जबकि 100 के करीब पुरूष इन कोर्सों से लाभ उठा रहे हैं। परियोजना के तहत इन कोर्सों के लिए मशीनरी व अन्य सामान के लिए वल्र्ड बैंक का 90 प्रतिशत पैसा खर्च करता है। जबकि महिलाओं व पुरूषों को कम से कम 10 प्रतिशत पैसा व्यय किया जाता है।