शिमला, 06 दिसंबर : हर कोई सोमवार की शाम एग्जिट पोल (Exit Poll) का इंतजार कर रहा था। चुनाव आयोग ने इसे जारी करने का समय भी साढ़े 5 से बढ़ाकर साढ़े 6 कर दिया था। दिलचस्प ये हो गया कि ये एग्जिट पोल भी असमंजस पैदा कर गए। लेकिन सब में एक सामान्य बात ये रही कि निर्दलीयों के चुनाव जीतने की संभावना को जताया गया।
असमंजस पैदा होने के बाद इस सवाल का जवाब भी तलाशा जाने लगा है कि क्या 1998 वाले हालात होंगे। 1998 में भाजपा व कांग्रेस को 31-31 सीटें मिली थी। हिविकां के समर्थन से भाजपा ने सत्ता को तो हासिल कर लिया था, लेकिन निर्दलीय तौर पर चुनाव जीते रमेश ध्वाला की भी लॉटरी खुल गई थी।
2022 के एग्जिट पोल ने आजतक एक्सिस माई इंडिया ने ही कांग्रेस को सत्ता के नजदीक दिखाया है, लेकिन इसमें भी अगर देखा जाए तो न्यूनतम सीटें 30 दिखाई गई हैं, यानि जादुई आंकड़ा 5 अंक से दूर है। ये अलग बात है कि अधिकतम सीटें 40 दिखाई गई हैं।
इसके अलावा न्यूज 24 टुडेज चाणक्य ने 1998 के नतीजों की तरह ही इस बार पूर्वानुमान जारी किया है। उस समय 31-31 का आंकड़ा था, जबकि इस बार 33-33 सीटें कांग्रेस व भाजपा को बताई गई हैं। गौरतलब है कि 1998 के विधानसभा चुनाव (assembly elections) में हिमाचल विकास कांग्रेस ने 5 सीटों पर चुनाव जीता था।
इंडिया टीवी का एग्जिट पोल ही एकमात्र है, जो स्पष्ट तौर पर भाजपा की सत्ता वापसी को बता रहा है। हालांकि, रिपब्लिक पी-मारक्यू ने भी भाजपा को ही सत्ता के नजदीक दिखाया है। टाइम्स नाउ ईटीजी ने भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिया है। अगर 10 एजेंसियों के एग्जिट पोल को ओवरऑल आधार मान लिया जाए तो ये भी नजर आ रहा है कि भाजपा व कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा।
अगर 10 एग्जिट पोल एजेंसियों के आंकड़ों की औसत निकाली जाए तो भाजपा को 30 से 35 सीटें मिल रही हैं, जबकि कांग्रेस का आंकड़ा 25 से 28 के बीच है। एक से तीन सीटों को निर्दलीय जीत सकते हैं। एग्जिट पोल की समीक्षा पर ये भी पाया जा रहा है कि यदि औसत में एक सीट इधर से उधर हुई तो भाजपा जादुई आंकड़े से पीछे तो रह जाएगी, लेकिन निर्दलीयों के दम पर रिवाज बदल लेगी।
कुल मिलाकर आज तक एक्सेस माई इंडिया, एबीपी, सी वोटर, रिपब्लिक पी मारक्यू, टाइम्स नाउ, ईटीजी, इंडिया टीवी, इंडिया न्यूज जन की बात, जी न्यूज बार्क, टीवी-9 ऑन द स्पॉट व न्यूज 24 टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल की औसत ये साफ कर रही है कि भाजपा सत्ता के करीब है। साथ ही त्रिशंकु जनादेश के भी संकेत दिए हैं। 48 घंटे के भीतर ये साफ हो जाएगा कि एग्जिट पोल फेल हैं या पास।