घुमारवीं, 09 नवंबर : हिमाचल प्रदेश के ऊपरी जिलों में गुच्छी मिलना कोई हैरानी की बात नहीं है। लेकिन अक्सर ये देखा गया है कि पिछले चार-पांच सालों से बिलासपुर, हमीरपुर जैसे गर्म इलाकों में भी गुच्छी पाई जाने लगी है। यह इतनी ज्यादा तो नहीं होती पर इसका मिलना इस बात का प्रमाण है कि यहां भी इस गुच्छी की पैदावार को बढ़ावा दिया जा सकता है। अगर सरकार और कृषि विभाग इसपर कुछ और शोध करें। कुछ साल पहले राजकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय घुमारवीं में घास की सफाई के दौरान वहां पर लगे मजदूरों को गुच्छी मिली है।
वहीं ताजा मामले मंगलवार घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत लैहडी सरेल के रहने वाले अध्यापक अनिल ठाकुर को एक बार फिर यह गुच्छी मिली है। अनिल घास काटने का काम कर रहे थे कि इस दौरान इन्हे यह गुच्छी दिखाई दी। उन्होंने इसकी तस्वीरें अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है। आपको बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश में पैदा होने वाली गुच्छी को दुनिया की सबसे महंगी सब्जी माना जाता है। खाने में लजीज होने के साथ यह बहुत सी बीमारियों का इलाज है।