हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़): मैडिकल कॉलेज की कक्षाएं बाल स्कूल हमीरपुर में चलाने व इस स्कूल की तमाम व्यवस्था को
कन्या स्कूल में शिफ्ट करने को लेकर दोनों विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों ने इस निर्णय का विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
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बाल स्कूल स्थानांतरण को लेकर करीब 200 अभिभावकों ने जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में कहा है कि इस निर्णय पर अभिभावक वर्ग बिल्कुल भी सहमत नहीं है। अगर सरकार व प्रशासन अपने इस निर्णय को नहीं बदलता है तो उनकी इस शिकायत को आंदोलन में बदलते देर नहीं लगेगी। शुक्रवार के दिन दोनों विद्यालयों की इस संबध में एसएमसी की आपातकालीन बैठक भी बुलाई गई। दोनों पाठशालाओं के अभिभावकों ने एकमत होकर प्रदेश सरकार को इसका अन्य विकल्प ढ़ूंढने को लेकर जिला प्रशासन के दरबार में संयुक्त रूप से शिकायत पत्र सौंपा गया है।
कन्या स्कूल की एसएमसी कमेटी के प्रधान दीपक राज ने अपने शिकायत पत्र में कहा है कि कार्यकारिणी सदस्यों और अध्यापकों के संयुक्त प्रयास से जैसे तैसे इस पाठशाला की व्यवस्था में सुधार हुआ है। इस पाठशाला के पास अब जो भी है स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रही छात्राओं के शैक्षणिक उत्थान के लिए नाकाफी है। अध्यापकों व कार्यकारिणी के संयुक्त प्रयास से आज इस स्कूल में 400 से अधिक छात्राएं संतुष्ट व्यवस्था के चलते शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। बावजूद इसके इस कमतर परिसर में 500 के करीब वाल स्कूल के छात्रों की संख्या को व्यवस्था देना बेटियों की पढ़ाई के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा कि हालांकि वह जिला हमीरपुर में मैडिकल कॉलेज का विरोध नहीं करते लेकिन वाल स्कूल का कन्या स्कूल कैंपस में स्थानांतरण अभिभावकों को सिरे से नागवार होगा। उन्होंने कहा कि उनकी बेटियां 10 से 15 किलोमीटर दूर के गावों से इस स्कूल में पढऩे आतीं हैं लेकिन बाल स्कूल का स्थानांतरण और समयसारिणी में फेरबदल उन्हें कतई सहन नहीं होगा, वह इस निर्णय के विरूद्व अपनी बेटियों को किसी दूसरे स्कूल में पढ़ाने तक का कदम उठाने पर मजबूर हो सकतीं हैं।