हमीरपुर,5 मई : नादौन शहर के साथ लगते सटे टिल्लू गांव के जंगल से वन काटुओं द्वारा करीब आधा दर्जन खैर के बड़े पेड़ों को काटने का मामला प्रकाश में आया है। बेहद पुराने इन पेड़ों की कीमत लाखों में बताई जा रही है। पेड़ काटने का यह कार्य इतनी सफाई से किया गया है कि इस घटना की किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई।
यह भी माना जा रहा है कि बिजली से चलने वाली मशीन का प्रयोग इन्हें काटने के लिए किया गया है, ताकि पेड़ काटते समय किसी को ज्यादा आवाज सुनाई ना दे। घटना 5-6 दिन पुरानी बताई जा रही है। इसका पता शनिवार को उस समय चला जब कुछ युवक जंगल के बीचो-बीच किसी कार्य से गए हुए थे। उन्होंने बताया कि घने जंगल के बीच करीब सात आठ पेड़ काटे गए हैं। जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत विभाग को दी।
ग्रामीणों ने बताया कि आजकल फोर लेन के कार्य के कारण कई स्थानों पर पेड़ों की कटाई हो रही है, इसलिए इन खैर के पेड़ों की लकड़ी लोड करते समय किसी को शक नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि कुछ पेड़ों को जड़ों समेत ही उखाड़ दिया गया है। वहीं महिला मंडल प्रधान बीना देवी, प्रधान महिला कल्याण समिति मीना कुमारी, प्रधान वन अधिकार समिति टिल्लू पुरुषोत्तम सिंह, प्रधान ग्राम सुधार सभा यशु परमार सहित ग्रामीणों मनजीत परमार, सूरज परमार, सुरती सिंह, सोनू आदि ने विभाग से मांग की है कि इस घटना में शामिल आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
इस संबंध में वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी राजीव सूद ने बताया कि सूचना मिलते ही कर्मचारियों की एक टीम को मौके के निरीक्षण के लिए भेज दिया गया है जैसे ही रिपोर्ट आती है, उसके बाद दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को किसी कीमत पर बक्शा नहीं जाएगा।