शिमला, 15 सितम्बर : फोरम अगेंस्ट करप्शन ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। फोरम अगेंस्ट करप्शन के संयोजक टिकेंद्र पंवर ने आरटीआई रिपोर्ट (RTI) का हवाला देते हुए यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर की 250 सीटों पर हुई भर्ती प्रकिया पर धांधली का आरोप जड़ा है।
उनका कहना है कि भर्ती प्रक्रिया में यूजीसी नियम (UGC Nor) को दरकिनार करके विवि प्रशासन ने चहेतों में सीटें बांट दी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से न्यायिक जांच की मांग की है।
टिकेंद्र पंवर ने वीरवार को प्रेस वार्ता में कहा कि भर्ती प्रक्रिया के नियमों व शर्तों के तहत उम्मीदवार ने शोध कार्य किया होना चाहिए। यूजीसी द्वारा पत्रिकाओं में शोध पत्र या लेख प्रकाशित होने चाहिए, जबकि नियुक्त हुए कुछ उम्मीदवार इस शर्त के लिए योग्य नहीं है। कहा कि प्रदेश विवि में भर्ती के लिए उम्मीदवार को यूजीसी से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) पास होनी चाहिए, वहीं जिन लोगों के पास नेट योग्यता नहीं है, उन्हें 2009 में इस विचार के साथ छूट दी गई थी कि उनके पास पीएचडी होनी चाहिए।
इसके अलावा अनुभव प्रमाण पत्र भी आवश्यक है, जबकि भर्ती किए गए बहुत से उम्मीदवार ऐसे हैं जो इस शर्त को भी पूरा नहीं कर पाए। इसके अलावा भी बहुत सी योग्यताएं होना ज़रूरी है जो भर्ती किए हुए उम्मीदवारों के पास नहीं है।
टिकेंद्र पंवर ने आरोप लगाते हुए कहा कि विवि के कई आला अधिकारी इस फर्जीवाढ़े में शामिल हैं और इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने विवि के हर विभाग की भर्तियों की न्यायिक जांच कर नई भर्तियों पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है।