शिमला, 27 अगस्त : होमगार्ड जवान आत्महत्या कर लेता हैं, ये खौफनाक कदम उठाने से पहले वो 6 पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखता है। लेकिन पुलिस आत्महत्या के उकसाने का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करती है। बड़ा सवाल ये है कि आखिर वो अज्ञात कौन हैं। बता दें कि पुख्ता सूत्र कह रहे हैं कि सुसाइड नोट में साफ-साफ लिखा है कि किनकी प्रताड़ना से होमगार्ड जवान ने खौफनाक कदम उठाया है।
करीब-करीब दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी कौन हैं वो अज्ञात, इसका खुलासा नहीं कर पा रही। चूंकि, पीड़ित परिवार से भी खुलकर कोई सामने नहीं आया है, लिहाजा आत्महत्या के पीछे की असल वजह सामने नहीं आ रही।
करीब 12 दिन पहले 45 वर्षीय होमगार्ड जवान जुन्गा में अपने घर आया था। छुट्टी के बाद सुबह घर से निकला तो बुजुर्ग मां को 6 पन्नों का सुसाइड नोट थमा दिया। माता-पिता के पांव छूकर निकल गया था। घर से कुछ दूरी पर ही पुराने घर में अपने इहलीला समाप्त कर ली।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद होने के बावजूद आत्महत्या के उकसाने का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है।
सवाल ये उठ रहा है कि ऐसा क्यों हुआ है। सुसाइड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। इस मामले में पुलिस विभाग के एक शीर्ष अधिकारी का जिक्र सुसाइड नोट में होने की बात कही जा रही है। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि होमगार्ड जवान ने मौत को गले लगाने से पहले सुसाइड नोट में शीर्ष पुलिस अधिकारी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं।
यही नहीं, पुलिस अधिकारी की पत्नी व एक अन्य व्यक्ति पर भी प्रताड़ित करने के आरोप हैं। जांच में ये सामने आया था कि ओम प्रकाश ने मां को सुसाइड नोट तो दे दिया था, लेकिन वो इसे पढ़ नहीं पाई थी।
बता दें कि दो दिन पहले शिमला की एसपी ने माना था कि सुसाइड नोट को जांच के लिए भेजा गया है। अज्ञात शख्स के खिलाफ आत्महत्या के उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में अधिक नहीं बोल रही है।
हैंडराइटिंग….
सवाल ये भी है कि क्या ढली पुलिस सुसाइड नोट की लिखावट में तस्दीक होने के बाद महकमे के शीर्ष अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेगी या नहीं। पहले इस बात की वेरिफिकेशन की जानी है कि क्या वास्तव में मरने से पहले होमगार्ड जवान ओम प्रकाश ने सुसाइड नोट लिखा था।
होमगार्ड बैंड…
मृतक होमगार्ड जवान सोलन के पुलिस बैंड में तैनात था। छुट्टी पर घर चला गया था। ऐसी भी संभावना जाहिर की जा रही है कि जिस पुलिस अधिकारी को सुसाइड नोट में नामजद किया गया है, उनके खिलाफ पहले भी प्रताड़ना के आरोप लगे थे।