शिमला, 07 जुलाई : हिमाचल प्रदेश पुलिस ने कांस्टेबल भर्ती प्रश्न पत्र लीक मामले में पहली चार्जशीट 91 लोगों के खिलाफ दायर करने के बाद अब इसी मामले में 61 लोगों के खिलाफ दूसरी चार्जशीट अदालत में दायर कर दी है। सीआईडी की तरफ से सीजेएम शिमला की अदालत में दायर की गई दूसरी चार्जशीट में 21 बिचौलिए, 3 अभ्यर्थियों के परिजन और 37 अभ्यर्थियों को आरोपी बनाया गया है।
पुलिस अब तक कांस्टेबल भर्ती प्रश्नपत्र लीक मामले में 128 आरोपियों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। अदालत में दायर की गई दूसरी चार्जशीट में मंडी जिला के 27, हमीरपुर जिला के 11, उना जिला के 7, कुल्लू जिला के 4, सिरमौर जिला के 6, बिलासपुर और चंबा जिला के 3-3 आरोपी को नामजद किया गया है।
यह आरोपी मंडी जिला से 8 बिचौलिए और 19 उम्मीदवार, हमीरपुर जिला से 7 बिचौलिए, 1 परिजन और 3 उम्मीदवार, ऊना जिला से 1 बिचौलिया, 6 उम्मीदवार, कुल्लू जिला से 1 बिचौलिए और 3 उम्मीदवार, सिरमौर जिला से 2 बिचौलिया, 4 उम्मीदवार के साथ बिलासपुर जिला से 1 बिचौलिए, 1 परिजन और 1 उम्मीदवार के अलावा चंबा जिला के 1 बिचौलिए, 1 परिजन और 1 उम्मीदवार शामिल हैं।
बता दे कि पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों की भर्ती के लिए 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ। प्रदेशभर में 81 परीक्षा केंद्रों में पेपर हुआ था। इसी दिन पेपर लीक होने का मामला सामने आ गया था। इसके बाद अगले दिन 6 मई को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने परीक्षा रद्द कर मामले की जांच के लिए पुलिस की विशेष जांच टीम एसआईटी का गठन कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कांगड़ा से ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मामला उजागर होने के बाद प्रदेश और बाहरी राज्यों से कई आरोपी गिरफ्तार हुए।
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड को एक जून को बिहार से पकड़ा था। हिमाचल पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी ने इस मास्टर माइंड आरोपी को पकड़ा था। पेपर प्रिटिंग प्रेस से लीक हुआ था और इस मामले का मास्टरमाइंड राजस्थान के इनकम टैक्स विभाग का अधिकारी था जो मुख्य आरोपी है और अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।