नाहन, 24 मई : शहर के शिमला रोड पर स्थित हाथी की कब्र के समीप निर्मित कालू बाबा व कश्यप ऋषि के मंदिर में वार्षिक भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान भारी संख्या में शहरवासियों ने मंदिर में शीश नवाजा व भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। इससे पहले सुबह करीब 11 बजे मंदिर में हवन-यज्ञ का भी आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने आहूति डाल कर शहर की सुख-समृद्धि की कामना की।
बता दें कि प्रतिवर्ष मई माह में मंदिर में हवन व भंडारे का आयोजन किया जाता है। सभा के आयोजन में कश्यप राजपूत सभा नाहन की विशेष भूमिका रहती है।
धार्मिक आयोजन में भूमिका निभाने वाले कश्यप राजपूत सभा के प्रधान पूर्ण चंद कश्यप व चेयरमैन नरेश पाल कश्यप ने बताया कि पिछले लगभग 22 साल से प्रतिवर्ष हाथी की कब्र के समीप स्थित कालू बाबा-कश्यप ऋषि के मंदि में हवन व भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि आयोजन धार्मिक सद्भाव, भाईचारा व शहर की समृद्धि के उद्देश्य से किया जाता हैं। धार्मिक आयोजन के साथ सभा की अन्य सामाजिक कार्यों में भी अहम भूमिका रहती है।
उन्होंने बताया कि कालू जी महाराज देव ऋषि नारद जी के गुरु थे। जबकि कश्यप वैदिक ऋषि थे, जिनकी गणना सप्त़ऋषियों में की जाती है। सृष्टि निर्माण में कश्यप ऋषि की अहम भूमिका मानी जाती है। धरती का स्वर्ग माने जाने वाले कश्मीर का नाम भी कश्यप ऋषि के नाम पर ही पड़ा है।
मंदिर का निर्माण रियासत के हाथी ‘बृजराज की कब्र’ के समीप किया गया है, जो स्वयं में मनोरम स्थल है। हाथी की कब्र से भी लोगों की धार्मिक आस्था जुड़ी है। इस मौके पर कश्यप राजपूत सभा के पदाधिकारियों के अलावा भारी संख्या में जनसमूह मौजूद रहा।