नाहन, 15 मई : सिरमौर के शिलाई क्षेत्र में एक समारोह का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमे बाकायदा लाउडस्पीकर (Loudspeaker) से अनाउंसमेंट (Announcement) की जा रही है कि भोजन की व्यवस्था जातीय आधार पर लाइन खींच कर की गई है। इस वीडियो का दलित शोषण मुक्ति मंच ने संज्ञान लिया है।
मंच का आरोप है कि माइक से अनाउंसमेंट के माध्यम से जातिगत आधार (Caste Based) पर अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले लोगों को अलग पंगत में बैठकर खाना खाने की बात की जा रही है, इसी वायरल वीडियो के आधार पर “दलित शोषण मुक्ति मंच” ने पुलिस अधीक्षक (Superintendent of police) को शिकायत पत्र लिखा है।
संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि समारोह में अनुसूचित जाति वर्ग (SC Category) के लोगों को खुले मंच से माइक के जरिए अपमानित किया गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल में दलित समुदाय पर जातीय उत्पीड़न (Caste Victimization) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला शिलाई विधानसभा क्षेत्र के मानल का है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही संलिप्त लोगों के खिलाफ एट्रोसिटी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में जल्द ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरन दलित शोषण मुक्ति मंच को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
जिला संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि मंच इस तरह के कृत्य की कड़ी निंदा करता है। आशीष कुमार ने कहा कि वीडियो आरक्षण का विरोध करने वाले उन नेताओं को जरूर देखनी चाहिए जो आरक्षण की खिलाफत करते हैं। आशीष कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया (Social Media) पर लगातार आरक्षण (Reservation) को कोसने वालों की इस वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नही आई है।
आशीष कुमार ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगो को कदम -कदम पर बेइज्जत होना पड़ता है ,परिदृश्य में अगर कोई दलित समाज का शख्स मेहनत और प्रतिभा से आगे निकल जाता है तो उसकी प्रतिभा पर आरक्षण का लेबल लगा दिया जाता है।
आशीष कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जानबूझ कर दलित विरोधी माहौल बनाया जा रहा है। ये एजेंडा समाज को तोड़ने के लिए किया जा रहा है,ताकि शोषणकारी व्यवस्था को बरकार रखा जा सके।