शिमला, 11 मई: हिमाचल प्रदेश आर्म्ड पुलिस व ट्रेनिंग (AP& T) के आईजी जेपी सिंह (IG JP Singh) का तबादला किया गया है। 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी का स्थानांतरण पुलिस अपील्स ट्रिब्यूनल व रिफॉर्म्स (PAT&R) में आईजी के पद पर किया गया है। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर (ADGP Law and Order)अभिषेक त्रिवेदी को आर्म्ड पुलिस एंड ट्रेनिंग (Armed Police And Training) का अतिरिक्त कार्यभार साैंपा गया है।
हालांकि, आधिकारिक तौर पर पुलिस मुख्यालय कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा, लेकिन माना जा रहा है कि पुलिस भर्ती में प्रश्नपत्र लीक होना ही इस स्थानांतरण की वजह हो सकता है। सूत्रों की मानें तो आर्म्ड पुलिस व ट्रेनिंग के आईजी ही प्रश्नपत्रों के कस्टोडियन थे।
बताया ये भी जा रहा है कि प्रश्नपत्रों की सैटिंग को लेकर भी एक कमेटी बनाई गई थी। इसमें आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया था। दीगर है कि पिछले कुछ रोज से मीडिया के एक सेक्शन में अपरोक्ष तौर पर आईपीएस अधिकारियों की सत्यनिष्ठा पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
ये भी कहा जा रहा है कि इस मामले के तार उस आईपीएस अधिकारी से जुड़े हुए हैं, जिसने सिरमौर में बतौर एसपी सेवाएं प्रदान की हैं। जानकारों का कहना है कि पुलिस भर्ती में तीन ऐसे आईपीएस अधिकारी हैं जो सिरमौर में बतौर पुलिस अधीक्षक सेवाएं प्रदान कर चुके हैं।
ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि मामले की जांच सीबीआई से करवाने को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की जा सकती है। इस समूचे प्रकरण में ये भी साफ होता जा रहा है कि एक ईमानदार छवि के आईपीएस अधिकारी की जिद की वजह से ही ये प्रकरण उजागर हुआ है।
पुष्टि नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आईपीएस अधिकारी ने सीधे ही मुख्यमंत्री को मेल लिखकर इस मामले से अवगत करवाया। शुरुआती चरण में इस मामले को शीर्ष अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे थे।