मंडी, 29 मार्च : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा गदर पार्टी के योद्धा और महान स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदाराम के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए बीते रोज यानि 28 मार्च को शिमला में एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया। मंडी के इस महान स्वतंत्रता सेनानी को लेकर आयोजित इस बड़े सेमीनार में उनके परिजनों को भी विशेष तौर पर बुलाया गया।
इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए उनके पोते इंजीनियर शमशेर सिंह मन्हास ने शिमला से मंडी लौटने पर बताया कि ‘‘भाई हिरदाराम महान क्रांतिकारी‘‘ शीर्षक से आयोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार को लेकर वे बेहद संतुष्ट व खुश हैं क्योंकि पहली बार इतने बड़े स्तर पर उन्हें याद किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि वाइस चांसलर प्रोफेसर एसपी बंसल ने गदर पार्टी के योद्धा भाई हिरदाराम को महान क्रांतिकारी बताते हुए देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया। इस मौके पर बहुत से वक्ताओं ने अपने विचार रखे। उनमें प्रमुख रूप से एडवांस स्टडी शिमला के विजिटिंग प्रोफेसर मुख्य वक्ता प्रोफेसर कृपाल सिंह और मंडी कॉलेज से रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ अशोक अवस्थी ने भाई हिरदाराम के स्वाधीनता संग्राम से जुड़े हुए कई पहलुओं पर प्रकाश डाला।
अन्य वक्ताओं में गंगाराम, कृष्ण कुमार महादेविया, उमेश शर्मा और डॉ कमल के प्यासा इत्यादि ने भी स्वाधीनता से जुड़े हुए मंडी के कई योद्धाओं रानी खैरगड़ी, स्वामी कृष्णानंद पर विचार रखते हुए उनके भाई हिरदाराम के साथ संबंध और देश की आजादी में उनके योगदान को याद किया।
मंडी के महान इतिहासकार एवं भाई हिरदा स्मृति समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार नूतन जो मंडी से ऑनलाइन जुड़े हुए थे उन्होंने विस्तार से भाई हिरदाराम और स्वामी कृष्णानंद से जुड़े हुए कई संस्मरणों को सांझा किए। इस मौके पर भाई हिरदाराम के परिवार के परिजन, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, प्राध्यापक और शोधार्थी मौजूद रहे! भाई हिरदाराम से जुड़े हुए कई प्रश्नों पर इस समारोह के विशिष्ट अतिथि इंजीनियर शमशेर मिन्हास ने उन्हें उत्तर देकर संतुष्ट किया।
इस सेमिनार में मौजूद सभी एकमत थे कि भाई हिरदाराम से जुड़े हुए इतिहास को ज्यादा से ज्यादा समाज के साथ सांझा किया जाए ताकि आने वाली पीढ़ियां इससे प्रेरित हो सके।