रोनहाट, 18 फरवरी : शिलाई विधानसभा क्षेत्र में बीते 21 वर्षों से सरकार चूना लगाकर ग्रामीणों को ठग रही है। यहाँ सड़क निर्माण के नाम पर सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जा चुके है। मगर आज भी सैकड़ों ग्रामीण 4 किलोमीटर का पैदल सफर तय करने पर मजबूर है, अब ये चुना नेताओं ने वोट बैंक के लिए जनता को लगाया या दफ्तर बाबुओं ने सरकार को लगाया है, इसका फैसला आप ये ख़बर देखकर ख़ुद करे।
सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन से करीब 150 किलोमीटर दूर शिलाई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत झकांडो की लगभग आधी आबादी आज भी आदिवासियों की तरह अपनी ज़िन्दगी गुज़र बसर करने को मजबूर है। सरकार ने बीते 21 वर्षों से सड़क निर्माण के नाम पर यहां लाखों रुपए खर्च किए है। मगर इतना लम्बा अरसा बीत जाने के बाद भी चुना लगाने के अलावा और कोई भी काम ज़मीन पर नहीं उतर पाया है। जिसके चलते बीमार, दिव्यांग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक ले जाने के लिए स्थानीय पुरुषों को इकट्ठा करके इंसानी कंधो वाली एम्बुलेंस तैयार करनी पढ़ती है।
इस चार किलोमीटर के पैदल सफर के दौरान इलाज के अभाव में दर्द से बिलखता मरीज़ अगर जिंदा बच जाए, तो उसके बाद सरकारी एम्बुलेंस में अस्पताल पहुँचाया जाता है। अन्यथा इंसानी कंधो वाली एम्बुलेंस में ही अपनी आख़री सफ़र पर निकल जाता है। आपको बताते चले की 21 वर्षों से निर्माणाधीन जामली से हरिजन बस्ती काकोली तक एम्बुलेंस रोड को क़रीब चार वर्ष पहले विधायक प्राथमिकता में भी शामिल किया गया है।
इस सम्पर्क मार्ग के बनने से झकांडो और शंखोली पंचायत के क़रीब 800 ग्रामीणों को एम्बुलेंस सुविधा का लाभ मिल सकता है। जिनमें से अधिकांश लोग अनुसूचित जाति से संबंध रखते है। दिव्यांग एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया की उन्हें बैसाखियों के सहारे चार किलोमीटर का पैदल सफर तय करके सड़क तक आना पड़ता है। बीमार होने पर वो भी गाँव के पुरुषों द्वारा इंसानी कंधो वाली एम्बुलेंस के सहारे सड़क तक पहुँचते हैं। 91 वर्षीय वृद्ध आदमी ने सरकार से मामले पर गंभीरता दिखाते हुए शीघ्र सड़क निर्माण की मांग की है। वहीं स्थानीय लोगों ने एक महीने में सड़क का निर्माण कार्य शुरू न करने की सूरत में बीजेपी और कांग्रेस के स्थानीय नेता को पंचायत में न आने तक की धमकी दे दी है।
बीते 21 वर्षों से निर्माणाधीन इस 4 किलोमीटर सड़क को देखकर ये अंदाज़ा लगाना भी अब मुश्किल हो गया है कि यहां पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण के लिए चुना लगाया जा रहा है या नेताओं और सरकारी बाबुओं द्वारा मिलकर क्षेत्र की भोली-भाली जनता को सड़क के नाम पर चूना लगाकर ठगा जा रहा है। बहरहाल, इस दुर्गम क्षेत्र में सरकार को जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाना चाहिए ताकि सैकड़ों ग्रामीणों को आपातकाल में एम्बुलेंस सुविधा का लाभ मिल सके।