शिमला, 12 जनवरी : चौपाल उपमंडल का बेटा जल्द ही आसमान में उड़ान भरेगा। पुलबहाल के गांव शिहली निवासी अजय थंडाइक ने पायलट बनने के लिए अनिवार्य कम्प्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली (CPSS) परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया है। बता दे कि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने का जीवन में केवल एक ही मौका मिलता है।
वन टाइम होने वाली परीक्षा को यदि कोई उत्तीर्ण नहीं कर पाता तो वह जीवन में कभी भी पायलट नहीं बन सकता। रिमोट इलाके से ताल्लुक रखने वाले अजय ने इस परीक्षा को पास कर एक कीर्तिमान भी स्थापित किया है। यही नहीं, अजय ने इसके बाद कठिन माने जाने वाले मेडिकल टेस्ट (Medical Test) को भी सफलतापूर्वक पास किया है। ये टेस्ट इंस्टीट्यूट एयरोस्पेस बेंगलुरु में हुआ। तत्पश्चात अजय का चयन पायलट ब्रांच के लिए हुए। अजय ने कहा कि आगामी जुलाई माह में एयरफोर्स अकादमी हैदराबाद में ट्रेनिंग शुरू होगी। अजय की प्रारंभिक शिक्षा सोलन के बीएल स्कूल से हुई है।
छठी कक्षा में अजय का चयन सैनिक स्कूल सुजानपुर के लिए हुआ, मेडिकल विषय में 12वीं की परीक्षा पास की। हालांकि अजय ने 12वीं कक्षा के बाद एनडीए की परीक्षा भी पास की थी, लेकिन अंतिम चयन नहीं हो सका था। गौर रहे कि अजय के पिता रमेश थंडाइक शिक्षा विभाग में कार्यरत है और माता रीना गृहणी है।
ये है परीक्षा से जुड़ी खास बातें
कम्प्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली (Computer Pilot Selection system) ने पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट की जगह ली है। इसका उद्देश्य भारतीय वायु सेना में पायलट त्रुटि के कारण उड़ान दुर्घटनाओं की आशंका को शून्य करना भी है। उड़ान कौशल के अलावा, भविष्य के पायलट (Pilot) को सिस्टम मैनेजर के रूप में कार्य करने की आवश्यकता होती है, जो विमान प्रणालियों के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करता है। CPSS में नए साइकोमोटर और संज्ञानात्मक परीक्षण( psychomotor and cognitive tests) हैं। ये परीक्षण व्यापक रूप से सैन्य पायलटों के लिए आवश्यक गुणों का मूल्यांकन करती हैं, जैसे कि साइकोमोटर कौशल, सूचना, प्रसंस्करण कौशल (गति और सटीकता),समन्वय, विज़ुअलाइज़ेशन और समय-साझाकरण।
नई चयन प्रणाली भारतीय वायुसेना की उड़ान शाखा में चयन के लिए उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग करते समय उनके मनोदैहिक कौशल और संज्ञानात्मक क्षमताओं पर विशेष जोर देती है। कम्प्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली उम्मीदवारों के सामने आने वाली कठिनाई की डिग्री में परिणामों में निष्पक्षता और एकरूपता सुनिश्चित करती