जोगिंद्रनगर/ लक्की शर्मा : उपमंडल की ग्राम पंचायत जिल्हन के लखवाण गांव में रविवार को एक साथ दो भाइयों की अर्थी उठी। मंजर देख पूरे जिल्हन पंचायत सहित घटासनी, गुम्मा, कधार, उरला ,पद्धर, लखवाण गांव में मातम पसर गया। किसी भी घर चूल्हा नहीं जला। ऐसा लग रहा था मानो पूरे क्षेत्र में सन्नाटा छा गया हो।
बता दे जोगिंद्रनगर शहर के साथ लगते ढेलू नामक स्थान पर एक कार हादसे का शिकार हो गई थी। गाड़ी में एक ही परिवार के चार लोग सवार थे, जिनमे से तीन सगे भाई थे। हादसे में दो सगे भाईयों की मौत हो गई जबकि तीसरा घायल है। कार अनियंत्रित होकर पैरापीट को तोड़ती हुई 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी थी।
मृतक भादर सिंह (39) सेना में तैनात था और उनकी पोस्टिंग इन दिनों झांसी में हुई थी। भादर सिंह अभी दो दिन पहले ही एक महीने की छुट्टी लेकर आया था। भादर सिंह उस समय 19 साल का था भर्ती हुआ था। भादर सिंह अपने पीछे दो बेटी, पत्नी व मां छोड़ गया। वंही दूसरी और छोटा भाई ज्ञान चंद जोकि क्षेत्र में एक बेल्डर का काम करता था। लोगों ने घरों की छतों को बनाने के लिए एडवांस बुकिंग करवा दी थी लेकिन खुदा को कुछ और ही मंजूर था। ज्ञान चंद अपने पीछे दो छोटे बेटे व पत्नी छोड़ गए है।
जिल्हन गांव के ही शमशान घाट पर जब दोनों भाइयों की एक साथ चिता जली तो मानों आसपास के पहाड़ भी रो रहे हो। योल छावनी से आए सेना के जवानों ने सलामी देकर फौजी का अंतिम विदाई दी। मां मंहगरी देवी के आंसुओं का सैलाब नही रुक रहा था। बिलख- बिलख कर मां बस एक ही बात दोहरा रही थी कि मेरे दोनों लाल कहा चले गए। उधर फौजी की पत्नी रीना पहले तो विश्वास ही नहीं कर रही थी, लेकिन जैसे ही रीना देवी को इस बारे में पता चला तो वह बेहोश होकर गिर गई।