नाहन, 06 जनवरी : स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग (Department of Anaesthesiology) के एचओडी (Head of the department) डॉ गिरीश शर्मा को सोलन के एक निजी अस्पताल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए रंगे हाथो हिरासत में लिया। हालांकि इस मामले में डॉ गिरीश शर्मा को जमानत मिल गई है, लेकिन विजिलेंस इस मामले में जांच के बाद चार्जशीट दाखिल करेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक विजिलेंस को एक लंबे अरसे से शिकायत मिल रही थी कि नाहन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर गिरीश शर्मा द्वारा सोलन के एक निजी अस्पताल में सप्ताह में कुछ खास दिनों पर निजी प्रैक्टिस की जाती है। इसको लेकर विजिलेंस ने प्रोफेसर स्तर के एनेस्थेटिक से इलाज करवाने वाले कई रोगियों से भी बातचीत की।
बुधवार को विजिलेंस को सूचना मिली थी कि मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर गिरीश शर्मा छुट्टी पर है और वह सोलन में प्राइवेट प्रैक्टिस करते पाए जा सकते हैं। इसके बाद विजिलेंस की नाहन की टीम ने सोलन के निजी अस्पताल में दबिश देकर पाया कि चिकित्सक द्वारा प्रैक्टिस की जा रही है। विजिलेंस ने ये कार्रवाई बुधवार दोपहर को की है। सूत्रों का यह भी कहना है कि विजिलेंस द्वारा लंबे अरसे से चिकित्सक की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही थी।
उधर, एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में स्टेट विजिलेंस को एंटी करप्शन ब्यूरो की पुलिस अधीक्षक अंजुम आरा ने पुष्टि करते हुए कहा कि चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलो में क़ानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
बता दे कि वीरवार को भी विजिलेंस ने धौलाकुआं में एक पटवारी को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।