संगड़ाह, 26 दिसंबर : रेणुकाजी बांध विस्थापित जन संघर्ष समिति के संयोजक प्रताप तोम ने रविवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। प्रधानमंत्री द्वारा रेणुका जी परियोजना के शिलान्यास के महज एक दिन पहले हुआ यह त्यागपत्र चर्चा में है। 14 साल संघर्ष समिति में रहे प्रताप तोमर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य भी है।
बयान मे उन्होंने कहा की, गत 24 दिसंबर को उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम के साथ हुई विस्थापितों की बैठक में प्रशासन अथवा बांध प्रबंधन द्वारा पैरा-55 के तहत मुआवजे का विवरण व विस्थापितों को पहचान पत्र दिए जाने जैसी सभी मुख्य मागों को पूरा करने का समय निश्चित किया गया है।
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी द्वारा भी सभी जायज मांगों को पूरा करने व समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया जा चुका है, मगर इसके बावजूद कुछ लोग हर हाल में विरोध पर अड़े हैं। उन्होंने कहा कि, दशकों से लंबित रेणुकाजी बांध परियोजना को क्षेत्रवासियों की मांग के मुताबिक 6,700 करोड़ के बजट का प्रावधान कर प्रधानमंत्री ने जिला सिरमौर को बड़ी सौगात दी है।
प्रताप तोमर ने कहा कि, उपायुक्त व ऊर्जा मंत्री के आश्वासन से संतुष्ट उनके समर्थक विस्थापित भी सोमवार को परियोजना के शिलान्यास के दिन प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे। बांध विस्थापित समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला ने त्यागपत्र मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि, इस बारे बैठक मे कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि, सोमवार के प्रदर्शन को लेकर फिलहाल कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ हैं।