नाहन, 22 दिसंबर : न्यू लक्ष्य अकादमी से टिप्स लेकर राजमिस्त्री सुरेंद्र सिंह का बेटा रोहित वनरक्षक भर्ती में नाहन वन वृत्त का टाॅपर बना है। अकादमी ने न केवल रोहित का उचित मार्गदर्शन किया, बल्कि तैयारी के लिए तमाम सुविधाएं भी मुहैया करवाई। नाॅन मेडिकल में बीएससी कर चुका रोहित परिवार में पहला ऐसा सदस्य है, जिसने सरकारी क्षेत्र में रोजगार हासिल किया है।
बता दें कि इस बार नाहन वृत में वनरक्षकों के तमाम पद आरक्षित थे। ऐसा भी नहीं है कि रोहित का चयन आरक्षित वर्ग की वजह से ही हुआ है, वो विज्ञान संकाय में ग्रैजुएशन तो कर ही चुका है, साथ ही स्कूली शिक्षा में भी होशियार रहा। रोहित को हमेशा ही ये बात टीस करती थी कि अधेड़ उम्र के बावजूद परिवार के लालन-पोषण का बोझ पिता के कंधों पर है। सबसे अहम बात ये है कि पगार शुरू होने के बाद परिवार का नाम आईआरडीपी से भी कट सकता है।
जेबीटी स्कूल के समीप स्थित न्यू लक्ष्य अकादमी के प्रबंधन का ये भी कहना है कि आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों को बेहतरीन मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए पैसे को आड़े नहीं आने दिया जाता। उल्लेखनीय है कि सिरमौर में चल रही पुलिस आरक्षी पद की लिखित परीक्षा की तैयारी के लिए भी न्यू लक्ष्य अकादमी ने कमर कस ली है। मूलतः गिरिपार के चांदनी गांव के रहने वाले रोहित का ये कहना था कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान कड़ी फिजिकल परीक्षा से तो गुजरना ही पड़ा, साथ ही लिखित परीक्षा में अगर अकादमी की मदद न मिलती तो शायद वो इस मुकाम पर पहुंचने में असफल भी हो सकता था।
बेटे की सफलता पर मां किरण देवी भी खुशी से फूली नहीं समा रही, क्योंकि वो जानती है कि बेटे की पगार से घर के रहन-सहन की तस्वीर बदल सकती है। उल्लेखनीय है कि विगत में भी न्यू लक्ष्य अकादमी द्वारा बेहतरीन परिणाम दिए गए हैं। ओबीसी कैटेगरी में चमन शर्मा ने भी पुलिस भर्ती में टाॅप किया था। स्पोर्ट्स कोटे में शाहरुख बेग भी अव्वल रहे थे। इसके अलावा पुलिस विभाग में चालक के पद पर कमल कांत ने काबिलियत दिखाई थी। ओबीसी की बीपीएल कैटेगरी में राहुल भी इसी अकादमी से टिप्स लेकर सर्वश्रेष्ठ रहे।
उधर, अकादमी के संचालक कपिल शर्मा ‘माल्या’ ने बातचीत के दौरान कहा कि कोविड संकट के बावजूद भी बेहतरीन परिणाम दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक बड़ा मूल मंत्र यह है कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को फीस को लेकर दिक्कत नहीं आने दी जाती। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती को लेकर भी अकादमी ने पूरी तैयारी की है। उल्लेखनीय है कि कपिल शर्मा ने जेबीटी स्कूल के समीप इस अकादमी को 2017 में शुरू किया था। महज चार साल में कोविड संकट के बावजूद भी बेहतरीन परिणाम दिए हैं।