नाहन, 24 नवंबर: सिरमौर के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष व कांग्रेस नेता दलीप चौहान को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। ये निष्कासन 6 साल के लिए हुआ है। कांग्रेस की इस कार्रवाई के बाद शिलाई की सियासत में काफी हलचल पैदा हो गई है। निष्कासन के पीछे पार्टी विरोधी गतिविधियां बताई गई हैं।
दरअसल, बुधवार को कांग्रेस ने शिलाइ में पार्टी का जनरल हाउस आयोजित किया गया था। इसमें पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर प्रस्ताव लाया गया। इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। खास बात ये है कि दलीप सिंह चौहान इस समय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव पद पर भी तैनात हैं। शिलाई कांग्रेस का कहना है कि निष्कासन की जानकारी सीधे ही पीसीसी को भेजी जाएगी।
निष्कासन में ये भी तर्क दिया गया है कि दलीप चौहान ने पंचायती राज संस्था के चुनाव में जिला परिषद की कांडो भटनोल सीट पर प्रत्याशी के खिलाफ कार्य किया। संशय इस बात पर भी है कि चुनाव को हुए एक साल की अवधि बीत चुकी है। इससे पहले ऐसी कार्रवाई क्यों अमल में नहीं लाई गई। जनरल हाउस में शिलाई के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान भी मौजूद थे।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि ये फैसला, पार्टी के जनरल हाउस में लिया गया है। निर्णय व्यक्तिगत नहीं है। उनका ये भी कहना था कि अक्सर ही उनके पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायतें मिलती थी। कुल मिलाकर देखना ये है कि आने वाले समय में शिलाई हलके की राजनीति क्या करवट लेती है।