शिमला, 18 नवंबर : अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के सातवें संस्करण का आयोजन शिमला के गेयटी थिएटर में 26 से 28 नवम्बर को किया जायेगा। इस वर्ष शिमला के कंडा जेल में भी फिल्म समारोह की फिल्में स्क्रीन की जायेंगी। यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के फेस्टिवल डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने वीरवार को दी। उन्होंने कहा कि इस समारोह का शुभारम्भ 26 नवम्बर को गेयटी थिएटर में होगा।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के सातवें संस्करण में दुनिया के विभिन्न देशों की 58 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। ये फिल्में दुनिया के विभिन्न देशों अमेरिका, बेल्जियम, मोरक्को, साउथ अफ्रीका, सिंघापुर, दक्षिण कोरिया, इटली, ताईवान, स्पेन से प्राप्त हुई हैं। पुष्प राज ठाकुर ने कहा कि इस समारोह में मलयालम, तमिल, बंगाली, मराठी, हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं में भी फिल्में दिखाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि फिल्म समारोह की अंतर्राष्ट्रीय केटेगरी में दुनिया के 16 देशों की 23 फिल्में स्क्रीन की जायेंगी।
राष्ट्रीय कैटेगरी में विभिन्न भारतीय भाषाओं की 25 फिल्में दिखाई जायेंगी। इसके अलावा हिमाचल के निर्देशकों की सात फिल्में भी फिल्म फेस्टिवल में शामिल की गई हैं। उन्होंने कहा कि समारोह में फिल्म निदेशालय से प्राप्त दो राष्ट्रीय पुरस्कृत फिल्म्ज और फिल्म डिवीजन, भारत सरकार से प्राप्त फिल्मज भी स्क्रीन की जायेंगी।
फिल्म फेस्टिवल के इस संस्करण में प्रसिद्ध तमिल निदेशक और थलाइवा फिल्म के निर्देशक विजय आनंद समारोह के विशेष मेहमान होंगे। मशहूर इराकी निर्देशक हस्सन नजमाबादी की फिल्म अपारात फिल्म समारोह की उद्घाटन फिल्म होगी। यह फिल्म छह किशोर बच्चों के मानसिक भावनाओं के संघर्ष की कहानी पर आधारित फिल्म है। इस फिल्म को कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में पुरस्कृत किया जा चुका है। राष्ट्रीय केटेगरी में राज प्रितम मोरे की मराठी फिल्म श्खिसाश् की स्क्रीनिंग भी की जायेंगी। बच्चों के भावनात्मक पहलू पर बनी इस फिल्म को भी समारोह में शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष यह फिल्म फेस्टिवल कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित किया गया था जबकि इससे पहले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के पांच संस्करणों का आयोजन अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गेयटी थियेटर शिमला में किया जा चुका है जिसमें दुनिया भर के फिल्म मेकर्स हिस्सा लेते रहे हैं।