कालाअंब, 14 नवंबर : हिमालयन ग्रुप ऑफ़ प्रोफेशनल इंस्टीटूशन्स (Himalayan Group of Professional Institutions) के परिसर में पेन इंडिया आउट रिच (pen india out rich) कार्यक्रम के तहत एक सप्ताह तक कानूनी सहायता (legal aid) को लेकर मंथन चला। इस कार्यक्रम की खास बात यही रही कि लीक से हटकर गतिविधियां संचालित हुई। छात्रों ने हर तबके को कानूनी सहायता कैसे पहुंचाई जा सकती है, इसको लेकर पेंटिंग के जरिए अपनी सोच को दर्शाया। सर्वश्रेष्ठ चित्रकला को संस्थान द्वारा फ्रेमिंग के जरिए प्रदर्शित किया गया, ताकि इसे देखने वाले भी जागरूक होकर इसकी जानकारी प्रचारित कर सकें।
रविवार को समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (District Legal Services Authority) के चेयरमैन व जिला एवं सत्र न्यायधीश (District and Sessions Judge) आरके चौधरी ने लाॅ के छात्रों से सीधा संवाद स्थापित किया। छात्रों की जिज्ञासा को प्राधिकरण के चेयरमैन ने दूर किया। न्यायिक पहलुओं (judicial aspects) पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि न्याय करते समय हर मामले को अच्छी तरह समझ कर व दोनों पक्षों के साक्ष्य के विश्लेषण के बाद ही निर्णय लिया जाता है।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी डाॅ. अबीरा बसु के अलावा प्राधिकरण के सचिव धीरू ठाकुर ने भी छात्रों से बातचीत की। साथ ही कहा कि सरकार द्वारा देश के हरेक नागरिक को कानूनी सहायता देने का अधिकार दिया गया है।
गौरतलब है कि देश में 14 नवंबर तक विधिक सेवा कार्यक्रम जागरूकता अभियान चलाया गया। हिमालयन परिसर के लाॅ काॅलेज में भी एक सप्ताह की गतिविधियों में अलग-अलग वक्ताओं ने प्रतिभागियों को जानकारी दी।
बता दे कि भारत सरकार द्वारा विकलांग, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले, आईआरडीपी (IRDP) , ओबीसी (OBC), एससी (SC), एसटी (ST) और असहाय (helpless) व्यक्तियों के लिए निशुल्क कानूनी सहायता (free legal aid) उपलब्ध करवाई जाती है।
सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण धीरू ठाकुर ने लॉ कॉलेज के छात्रों को केंद्र सरकार द्वारा लोगों को किस प्रकार की कानूनी सहायता एवं अधिकार दिए गए हैं, के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव धीरू ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने विधिक सेवा सप्ताह के दौरान आयोजित किए गए कार्यक्रमों जैसे प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग और स्किट आदि प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने लॉ कॉलेज के छात्रों से कई विषयों पर बातचीत भी की। हिमालयन ग्रुप के वाइस चेयरमैन (Vice Chairman of Himalayan Group) विकास बंसल ने बताया कि हिमालयन ग्रुप का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश और देश के छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार उन्मुख शिक्षा (job oriented education) का है।
विकास बंसल ने कहा कि न केवल लॉ कॉलेज बल्कि संस्थान परिसर के अन्य कॉलेजों के छात्रों को प्रशिक्षण के उपरांत प्लेसमेंट दी जाती है। उन्होंने कहा कि हिमालय ग्रुप द्वारा जितने भी कोर्स करवाए जा रहे हैं, उनमें अधिकतर छात्र पढ़ाई के दौरान ही कई बड़े संस्थानों में प्लेसमेंट के हकदार हो जाते हैं। समापन कार्यक्रम में चेतना संस्था के निदेशक ने भी छात्रों के साथ वार्तालाप किया।
इस मौके पर हिमालयन ग्रुप के दिग्विजय सिंह, कविता शर्मा के अलावा स्टडी कानून विभाग और एचपी कॉलेज ऑफ लॉ के प्रोफेसर और अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।