शिमला, 12 नवम्बर : अभिनेत्री कंगना राणौत द्वारा देश की आजादी को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर राजनीतिक तुफान खड़ा हो गया है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि कंगना राणोैत ने अपनी टिप्पणी से हदें पार कर दी हैं। दरअसल कंगना का बयान आया है कि असली आजादी 1947 में नहीं, बल्कि 2014 में मिली है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया अध्यक्ष और प्रवक्ता अभिषेक राणा ने इस बयान को निदंनीय व शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि कंगना का संदेश साफ है कि भाजपा सरकार आने के बाद इस देश ने आजादी की सांस ली है।
उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है जहां पर मात्र एक राजनीतिक पार्टी को खुश करने के लिए देश के लिए मर मिटने वालों का मजाक उड़ाया गया है। उन्होंने कहा कि 1947 के दौर में हजारों लोगों ने देश के लिए कुर्बानी दी। गुलामी के खिलाफ लड़ाई तो देश में 1857 से ही चली आ रही है जहां पर रानी लक्ष्मीबाई और मंगल पांडेय जैसे महान वीर सपूत व देशभक्त हुए और बाद में सुखदेव, राजगुरु चंद्रशेखर आजाद व उधम सिंह जैसे भारत मां के बहादुर सपूत जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों तक का मोह छोड़ दिया था कंगना राणावत ने उन सभी देशभक्तों का मजाक उड़ाया है। जिसकी हम कठोर निंदा करते हैं।
अभिषेक राणा ने कंगना को पद्मश्री अवार्ड मिलने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पद्मश्री एक बहुत बड़ा सम्मान है और यह राष्ट्र के उन लोगों को मिलता है जिन्होंने किसी कार्य में महारथ हासिल की हो या समाज भलाई का कोई अतुलनीय कार्य किया हो। हम पद्मश्री का सम्मान करते हैं और उन सभी लोगों का दिल से सम्मान करते हैं, जिन्होंने अपनी कर्मठता से खुद को पद्मश्री के योग्य बनाया। कंगना राणावत को भी यह सम्मान मिला तो उन्हें इस की गरिमा भी बनाए रखनी चाहिए थी। पद्मश्री का मतलब है राष्ट्र के लिए कुछ बेहतर करने वाले लोगों का सम्मान लेकिन कंगना राणावत ने राष्ट्र का ही अपमान किया है और राष्ट्र के देशभक्तों का अपमान किया है उन सभी देशभक्तों का अपमान किया है जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों का त्याग कर दिया।
उन्होंने केंद्र सरकार से पुरजोर मांग है कि कंगना राणोैत से पद्मश्री वापस लिया जाए और ऐसे निंदनीय बयान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने देश की आजादी पर अभिनेत्री कंगना राणोैत के विवादित बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि इस प्रकार का बयान कदापि सहन नहीं किया जा सकता और कंगना को इस पर देश से माफी मांगनी चाहिए।
राठौर ने शुक्रवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि कंगना का यह बयान गम्भीरता से लेना होगा। कंगना को पद्मश्री मिलने के बाद इस प्रकार का बयान सोची समझी साजिश के तहत देश के स्वतंत्रता सेनानियों और देश को अपनी जान कुर्बान करने वाले उन महान नेताओं का देश की दी गई उनकी कुर्बानियों का अपमान है।
राठौर ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश के मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष से इस बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है कि क्या वह इस बयान का समर्थन करते है।