शिमला, 9 नवंबर: हिमाचल में उप चुनाव हारने के बाद जयराम सरकार को युवाओं की दुखती नब्ज पर हाथ रखना होगा। एक तरफ जहां जेबीटी कर चुके लगभग 40 हजार युवा इस कारण हताश हैं, क्योंकि जेबीटी बनाम बीएड मामला करीब तीन साल से हाईकोर्ट में लंबित है।
वहीं, दूसरी तरफ जूनियर आॅफिस अस्सिटैंट के 45 पदों के नतीजे में देरी से भी अभ्यर्थियों में निराशा है। इसके अलावा जेओए के लगभग 1756 पदों की भर्ती भी खटाई में पड़ी हुई है। ये कारण है कि युवाओं में हताशा भी बढ़ती जा रही है। साथ ही गुस्सा भी है। पोस्ट कोड संख्या 815 के नतीजे का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि अंतिम चरण की प्रक्रिया को पूरा हुए महीनों बीत चुके हैं।
बावजूद इसके आयोग द्वारा अंतिम नतीजा जारी नहीं किया जा रहा है। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की मूल्यांकन प्रक्रिया 19 जुलाई को हो चुकी है।