नाहन/सराहां, 01 नवंबर : मढीघाट-सुल्तानपुर मार्ग की घटिया गुणवत्ता पर ग्रामीणों ने सोमवार सुबह हल्ला बोल दिया। साढ़े 8 बजे से 11ः30 बजे तक चक्का जाम किया गया। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता व एसडीओ के मौके पर पहुंचने के बाद माहौल शांत तो हुआ, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा बरकरार है।
आरोप है कि 21 किलोमीटर की सड़क की मैटलिंग व अन्य कार्यों के लिए साढ़े 7 करोड़ की राशि खर्च की गई है। यानि औसतन 1 किलोमीटर पर 30 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। बावजूद इसके सड़क टूटी-फूटी हुई है। ग्रामीणों की मानें तो यह मामला पहले भी उठाया गया था। कुछ अरसा पहले विधायक रीना कश्यप ने भी उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया था, लेकिन नतीजा सिफर रहा है। मजबूरन लोगों को अपना कामकाज छोड़कर सोमवार सुबह फिर अपने जायज हक के लिए एकत्रित होना पड़ा।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर लोक निर्माण विभाग की नींद अब भी नहीं टूटी तो न केवल हाईवे पर चक्का जाम जैसे कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा, बल्कि आने वाले चुनाव का बहिष्कार भी किया जाएगा। बता दें कि इस इलाके में कांग्रेस के दिग्गज नेता गंगूराम मुसाफिर का भी घर है।
ग्रामीणों ने बेहद ही गुस्से भरे लहजे में कहा कि 40 साल के लंबे इंतजार के बाद ये सड़क नसीब हुई थी, लेकिन अब ये सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्वालिटी कंट्रोल को चुप्पी साधे बैठा है। प्रदर्शनकारियों का ये भी कहना था कि सड़क का पैचवर्क मंजूर नहीं है। इसकी रि मैटलिंग होनी चाहिए। साथ ही नालियों का निर्माण भी उचित तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क में दो फीट तक के गड्ढे पड़ चुके हैं।