पांवटा साहिब, 23 अक्तूबरः आखिरकार, गौरक्षक सचिन ओबराॅय की मुहिम रंग लाई है। सड़कों पर घूमते बेसहारा गौवंश के अलावा अन्य बेजुबान जानवरों को आश्रय मिलेगा। ये बात, प्रशासन ने सचिन के साथ स्थापित संवाद में कही है। इसके बाद डीएसपी वीर बहादुर व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जूस पिलाकर सचिन का अनशन तुड़वाया।
बता दें कि सचिन को इस मुहिम में बड़े स्तर पर समर्थन मिलना शुरू हो गया था। इसमें राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भी पत्रकारों द्वारा राजनीतिज्ञों से सवाल पूछे जाने लगे थे। शुक्रवार को सचिन ओबराॅय को जबरन ही अनशन स्थल से उठाकर नाहन मेडिकल काॅलेज भेज दिया गया था। मेडिकल काॅलेज में तमाम रिपोर्ट सामान्य आने के बाद सचिन चंद घंटों में ही अनशन स्थल पर लौट आए थे। इस घटनाक्रम के बाद भी प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा था। जहां, पांवटा साहिब के चिकित्सक ने तुरंत ही सचिन को रैफर कर दिया था, वहीं नाहन में सब रिपोर्टस नाॅर्मल आई।
हैरान करने वाली बात ये थी कि सचिन की केवल एक ही मांग थी कि गौवंश की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसे अनदेखा कर अनशन तुड़वाने की कोशिशें की जा रही थी। हालांकि गौ संरक्षण को लेकर प्रशासन ने कदम उठाने के संकेत शुक्रवार को भी देने शुरू कर दिए थे। इसके तहत उपायुक्त आरके गौतम ने गौवंश के अलावा अन्य जानवरों को सड़कों पर न छोड़ने की अपील भी जारी की थी। इसके अलावा पांवटा साहिब के एसडीएम ने भी शनिवार को टीमें गठित करने की बात कही थी।
उधर, अनशन समाप्त करने के बाद सचिन ने कहा कि उपायुक्त के आश्वासन पर अनशन समाप्त हुआ है। आश्वासन था कि गौ संरक्षण के काम जो धरातल पर शुरू कर दिए गए हैं, वो अब रुकने नहीं दिए जाएंगे। चंद दिन में इसके परिणाम भी देखने को मिलेंगे।
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