शिमला, 09 अक्टूबर : जुब्बल कोटखाई विधानसभा उपचुनाव में दिवंगत विधायक नरेंद्र बरागटा के बेटे चेतन बरागटा को भाजपा टिकट नहीं मिलने पर भाजपा में घमासान जारी है। इस सीट पर भाजपा ने कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज की करीबी नीलम सरैइक को प्रत्याशी बनाया है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज चेतन बरागटा ने निर्दलीय नामांकन भर कर भाजपा प्रत्याशी की राह मुश्किल कर दी है। बरागटा समर्थक कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज को इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदवार ठहरा रहे हैं। इस बीच सुरेश भारद्वाज ने टिकट वितरण पर पहली बार मीडिया में अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने शनिवार को कहा कि परिवारवाद की वजह से चेतन बरागटा को भाजपा का टिकट नहीं मिल सका है। देश भर में हुए उपचुनाव में भाजपा ने परिवारवाद को तरजीह नहीं दी और अन्य सीटों पर भी टिकट काटे गए। इसी क्रम में जुब्बल कोटखाई में चेतन बरागटा को टिकट नहीं मिला।
कहा कि टिकट वितरण का फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से आया है और इसका सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को आदर करना चाहिए। हमारे लिए पार्टी सर्वोपरी है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने जुब्बल कोटखाई से नीलम सरैइक को टिकट दिया है, जो पुरानी कार्यकर्ता है और जुब्बल कोटखाई के कार्यकर्ताओं को आलाकमान का आदर करना चाहिए।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि उम्मीदवार के रूप में चेतन बरागटा काफी आगे बढ़ गए थे। टिकट नहीं मिलने से उनकी भावनाएं निश्चित तौर पर आहत हुई है और इन्हें समेटने में समय लगता है। चेतन बरागटा के साथ संवाद चल रहा है और इस पूरे घटनाक्रम को लेकर वो ठंडे दिमाग से सोचेंगे तो वो पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चेलंगे।