नाहन, 09 अक्टूबर : हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के नाहन डिपो की जिद की वजह से धारटीधार क्षेत्र के स्टूडेंट्स को आर्थिक चपत लग रही है। कई छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए नाहन आना पड़ रहा है। इसके लिए उन्हें रोजाना 100 रुपए का किराया खर्च करना पड़ता है। वैश्विक महामारी के दौरान निगम ने बस सेवाओं को बंद कर दिया था। धीरे-धीरे बस रूट बहाल कर दिए गए। लेकिन नाहन -धगेड़ा रूट को शुरू नहीं किया गया। लिहाजा नाहन से गातू जाने वाली एक मात्र HRTC बस में 100 के करीब यात्री का बोझ बढ़ जाता है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से संपर्क साध कर छात्रों ने बताया कि एकमात्र पथ परिवहन निगम बस में जगह न होने के कारण उन्हें निजी बसों में सफर करना पड़ता है। जबकि निगम की बसों में छात्रों के लिए निशुल्क सफर का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि बार-बार आग्रह के बावजूद भी निगम द्वारा धगेड़ा रूट को बहाल नहीं किया जा रहा है। उनका कहना था कि छात्रों के साथ-साथ सामान्य सवारियां भी बस में होती हैं। दो बसों के यात्रियों का बोझ एक बस पर ही पड़ रहा है।
उनका कहना था कि निजी बसों द्वारा छात्रों से पूरा किराया वसूल किया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार निगम की बसों में सुविधा नहीं दे सकती है तो निजी बसों को भी छात्रों को निशुल्क बस यात्रा के लिए बाध्य करना चाहिए।