मंडी, 08 अक्तूबर : पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर के बयानों पर आश्रय शर्मा ने तीखा पलटवार किया है। वीडियो संदेश जारी करके पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी रहे आश्रय शर्मा ने कहा कि सीएम पद का जो सौभाग्य मंडी जिला को आज मिला है, वो वर्षों पहले मिल जाता, यदि कौल सिंह ने पंडित सुखराम का साथ दिया होता।
आश्रय ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने उनका टिकट पिछले चुनावों में मिली हार के चलते काटा है। अगर पार्टी ने यह मापदंड तय किया है तो फिर आगामी विधानसभा चुनावों में कौल सिंह ठाकुर और उनकी बेटी चंपा ठाकुर को भी टिकट न दिया जाए, क्योंकि ये दोनों पिछले विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुके हैं।
आश्रय शर्मा ने कहा कि उन्होंने कभी किसी के पैर पकड़कर टिकट नहीं मांगा। आदर सम्मान के चलते वे सभी के पांव छूते हैं, और उसमें कौल सिंह ठाकुर भी शामिल हैं। 2019 के चुनावों के दौरान राहुल गांधी ने खुद उन्हें पार्टी में आने के लिए कहा था। उस वक्त राहुल गांधी ने कहा था कि पंडित सुखराम के साथ उनका राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक रिश्ता है।
आश्रय शर्मा ने कहा कि 23 का जो ग्रुप बना है उसमें हिमाचल प्रदेश से सिर्फ कौल सिंह ठाकुर ही शामिल हैं। कौल सिंह ठाकुर ने भी उसमें अपने हस्ताक्षर किए हैं और ऐसा करने वाले कौल सिंह ठाकुर प्रदेश के इकलौते कांग्रेसी नेता हैं। कौल सिंह ठाकुर खुद सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ होकर पार्टी को तोड़ने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्हें ऐसी हरकतों से बचना चाहिए और संगठन की मजबूती के लिए काम करना चाहिए।