शिमला, 7 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट सहित तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कैंडिडेट की लिस्ट घोषित कर दी है। उपचुनाव की तीन सीटों पर भाजपा ने नये चेहरों पर दांव लगाया है। भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से कारगिल हीरो के रूप में पहचान बना चुके ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर, अर्की से रत्न सिंह पाल और फतेहपुर से भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष बलदेव ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है।
टिकट आवंटन पर सबसे चौंकाने वाला फैसला जुब्बल-कोटखाई से आया है। भाजपा ने जुब्बल-कोटखाई विस सीट पर महिला नेत्री नीलम सरकैक को प्रत्याशी बनाया है।विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन से रिक्त हुई इस सीट पर उनके बेटे चेतन बरागटा टिकट मिलने के प्रबल दावेदार थे।
चुनाव आयोग के घोषित शेड्यूल के मुताबिक, हिमाचल में 30 अक्टूबर को मतदान होना है। चुनाव परिणाम 2 नवम्बर को आएगा।
जुब्बल कोटखाई सीट पर चेतन बरागटा को टिकट ने देकर भाजपा आलाकमान ने राजनीतिक पंडितों को हतप्रभ कर दिया है। चेतन बरागटा पूर्व बागवानी मंत्री व विधायक नरेंद्र बरागटा के पुत्र हैं। नरेंद्र बरागटा के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जुब्बल-कोटखाई से चेतन बरागटा को टिकट मिलना तय था तथा पिछले कई दिनों से वह अपने समर्थकों संग पूरे विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर रहे थे।
जुब्बल-कोटखाई के प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कई मंत्री चेतन बरागटा के पक्ष में प्रचार कर रहे थे। लेकिन भाजपा आलाकमान ने चेतना बरागटा की जगह महिला नेत्री नीलम सरकैक पर भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया है। नीलम सरकैक जुब्बल कोटखाई से तीन बार जिला परिषद सदस्य रही हैं। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की टिकट का दावा ठोका था। लेकिन तब पार्टी हाईकमान के कहने पर चुनाव नहीं लड़ा था।
चेतन बरागटा को टिकट नहीं मिलने से सियासी पंडिल भी दंग रह गए हैं। पार्टी के इस फैसले ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी हैरत में डाल दिया है। इसको लेकर कई कयास के साथ चर्चाएं शुरू हो गई हैं।