शिमला, 04 अक्टूबर : महंगाई के दौर में जहां पैैट्रोल व डीजल के दाम 100 रुपए से पार हो रहे हैं। वहीं इलैक्ट्रिक कार बहुत ही फायदेमंद साबित होगी। दिल्ली से काजा और काजा से दिल्ली के सफर में जहां पैट्रोल व डीजल गाडिय़ों में 18 से 20 हजार का खर्चा आता है। वहीं इलैक्ट्रिक कार में मात्र दो हजार रुपए खर्चा आया है।
इलैक्ट्रिक कार में सफर कर दिल्ली से स्पीति घाटी के काजा, हिक्किम और कौमिक जैसे दुर्गम स्थानों पर पहुंचने वाले दिल्ली निवासी व यूटयूबर अंजने ने सोमवार को शिमला में प्रेस वार्ता में ये बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल के पर्यावरण को बचाने के लिए यहां इलैक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने दिल्ली से स्थिति अपने घर से सफर शुरू किया था तो उन्होंने काजा तक सिर्फ दो से तीन बार इलैक्ट्रिक गाड़ी का चार्ज किया। इस दौरान उन्होंने करनाल, जाबली, नारंकडा और रिकांगपिओ में गाड़ी चार्ज की है।
सरकार को करना चाहिए प्रोत्साहित…
अंजने ने कहा कि उनका लक्ष्य लोगों को अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ प्रोत्साहित करना है। हिमाचल सरकार ने भी इलैक्ट्रिक वाहनों को टैक्स फ्री रखा है। ऐसे में सरकार को इलैक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों को जागरूक करना चाहिए ताकि पैट्रोल व डीजल से गाडिय़ों से फैल रहे प्रदूषण का कम किया जा सके। अंजने ने राज्य सरकार से मांग की प्रदेश में कारों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न जगहों पर इलैक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने चाहिए।
अंजने ने बताया इलेक्ट्रिक कार 15 एम्पेयर के चार्जिंग प्लग के माध्यम से आसानी से कहीं भी चार्ज की जा सकती है। लेकिन यदि इसे फास्ट चार्जिंग से चार्ज किया जाए तो एक घंटे में फुल चार्ज हो जाती है, जबकि 15 एम्पेयर के चार्जिंग से करीब आठ घंटे चार्जिंग लग जाते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि यह कार बहुत किफायती है यदि हिमाचल में निजी इलैक्ट्रिक कार लोग खरीदते हैं तो बहुत ही सस्ती दर में 10 से 12 हजार कि.मी पर 400 से 500 रुपए में इसकी सर्विस हो जाती है।