सोलन, 24 सितंबर : बहुचर्चित मानव भारती विश्वविद्यालय डिग्री घोटाले (Degree Scam) के सतह पर आने के बाद अब पहली बार छात्रों के हित में कवायद शुरू हुई है। दरअसल, लगभग 500 छात्र इस समय भी विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जबकि करीब 500 ने डिग्री ली है। मगर समूचा रिकाॅर्ड पुलिस के कब्जे में होने की वजह से इन छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र दूसरे विश्वविद्यालयों में माईग्रेशन (Migration) करवाना चाहते हैं, जबकि पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों को रिकाॅर्ड उपलब्ध होने तक डिग्री नहीं दी जा सकती। लिहाजा, शिक्षा विभाग के सचिव ने सूबे के पुलिस महानिदेशक (Director General of Police) को पत्र लिखा है। इसमें लिखा गया है कि विश्वविद्यालय से जुड़ा रिकाॅर्ड पुलिस के कब्जे में है। लिहाजा, रिकाॅर्ड की गैर मौजूदगी में छात्रों को न तो एनओसी (NOC) दी जा सकती है न ही माईग्रेशन प्रमाप पत्र जारी किया जा सकता है।
लिहाजा, सचिव ने डीजीपी को सुझाव दिया है कि सोलन के एसपी के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की जा सकती है। इसमें एसआईटी (SIT) के सदस्यों के अलावा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार (Registrar) को शामिल कर लिया जाए। ताकि रिकाॅर्ड से जुड़ी फोटोस्टेट प्रतिलिपियां (photostat copies) विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपी जा सके। बता दें कि राज्य सरकार ने एचएएस अधिकारी राजीव कुमार को विश्वविद्यालय का प्रशासक (Administrator) नियुक्त किया हुआ है।
कमेटी में उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक (Joint Director) व सोलन डिग्री काॅलेज के प्रधानाचार्य को भी शामिल करने का सुझाव दिया गया है। उधर, विश्वविद्यालय के प्रशासक का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे सोलन उद्योग विभाग के महाप्रबंधक (General Manager) राजीव कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि बीच-बीच में छात्र माईग्रेशन को लेकर आते रहते हैं। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि शिक्षा सचिव के स्तर पर पुलिस महानिदेशक से रिकाॅर्ड के सिलसिले में पत्राचार किया गया है।