शिमला, 21 सितंबर : एनआईटी (NIT) हमीरपुर के छात्र निशात हाडा सितंबर 2022 में न्यूयार्क में ब्लूमबर्ग में अपने कैरियर की यात्रा शुरू करेगा। डेढ़ करोड़ का सालाना पैकेज लेना आसान नहीं था। इंटर्नशिप (Internship) हासिल करने के लिए ही निशांत को पांच साक्षात्कार का सामना ऑनलाइन (Online) ही करना पड़ा था। एक में नाकामयाबी का मतलब रिजेक्शन (Rejection) ही था।
26 जून 1999 को जन्में निशांत ने अपने बचपन के सपने को साकार करने की तरफ कदम बढ़ा लिया है। इस मुकाम को पाना इतना आसान नहीं था, जितना प्रतीत होता है। रोजाना 12 घंटे की पढ़ाई के अलावा अपने स्तर पर क्लासरूम (Classroom) के अलावा ऑनलाइन स्टडी (online study) भी एक मूलमंत्र रहा। मूलतः राजस्थान के कोटा के रहने वाले निशांत हाडा इस समय एमटेक (M. Tech)की पढ़ाई कर रहे हैं। संस्थान के एक छात्र को 1.20 करोड़ का सालाना पैकेज मिला था। मगर संस्थान के इतिहास में निशांत हाडा ने एक रिकाॅर्ड बनाया है।
NIT हमीरपुर के छात्र ने रचा इतिहास, USA से मिला 1.51 करोड़ के पैकेज का ऑफर
पिता देवेेंद्र सिंह हरियाणा के गुरुग्राम में एक प्राइवेट कंपनी में वरिष्ठ प्रबंधक (Senior Manager) हैं, जबकि माता सरिता सिंह निजी स्कूल में उप प्रधानाचार्य के पद पर तैनात हैं। ये भी बता दें कि निशांत अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। हालांकि उत्तर भारत के
इंजीनियरिंग महाविद्यालयों (engineering colleges) में किसी छात्र का ये सबसे बड़ा पैकेज होने की बात भी कही जा रही है, लेकिन निशांत इससे इत्तफाक नहीं रखते हैं। इस पर निशांत का कहना था कि उन्हें आईडिया नहीं है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने निशांत से फोन पर लंबी बातचीत की।
प्र.: पैकेज शुरू होने के बाद कैसे शुरुआती खर्चा करने का प्लान है?
उ. : पापा ने घर के लिए लोन लिया हुआ है, वो चुकाना है। मम्मी एक निजी स्कूल में उप प्रधानाचार्य है। चाहता हूं कि मम्मी अपना ही एक स्कूल खोले।
प्र : आईआईटी से बीटेक करने का क्या सोचा था?
उ. : जी बिल्कुल, कौन आईआईटी में दाखिला नहीं लेना चाहता। दो साल तक कोचिंग भी ली, लेकिन जेईई एडवांस में काफी नीचे रैंक आया था। मेन्स में 14 हजारवां रैंक प्राप्त हुआ था। 2017 में कंप्यूटर साइंस के लिए हमीरपुर बेहतरीन था।
प्र. : यूएसए की कंपनी ही क्यों?
उ. : मुझे भारतीय होने पर गर्व है। महसूस करता हूं कि वर्ग कल्चर में अंतर है। कोविड के दौरान मां बीमार थी। कंपनी ने यूएसए से ही बेहतरीन गुणवत्ता का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (oxygen concentrator) भेज दिया था। यूएसए में कंपनियां अपने कर्मचारियों को सिर माथे रखती हैं।
प्र. : इंटर्नशिप के लिए ब्लूमबर्ग (Bloomberg)से कैसे संपर्क हुआ?
उ. : दरअसल, ऑनलाइन ही आवेदन किया था। इसके बाद कंपनी ने इंटरव्यू का मौका दिया। टीम महाराष्ट्र के पुणे में थी। एक के बाद एक साक्षात्कार क्लीयर करने की चुनौती थी। इसके बाद कंपनी ने इंटर्नशिप का मौका दिया।
प्र. : न्यूयार्क ही क्यों?
उ. : कंपनी ने पहला ऑफर (Offer) पुणे के अलावा लंदन का दिया था। मगर वो न्यूयार्क ही चाहते थे। आखिर में कंपनी ने सहमति दे दी।
प्र. : हम उम्र युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे?
उ. : अपनी काबिलियत खुद पहचानो। इसके बाद तय करो कि क्या करना है।