शिमला, 10 सितंबर : डेंटल कॉलेज एवं अस्पताल शिमला में अब 18 साल से कम उम्र के मरीजों को मुफ्त उपचार मिलेगा। इसके अलावा बीपीएल, आईआरडीपी, कैंसर, क्षय रोग, एचआईवी पॉजिटिव और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांग व स्वतंत्रता सेनानी को भी मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।
शुक्रवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुष मंत्री डॉ. राजीव सैजल की अध्यक्षता में हुई हिमाचल प्रदेश डेंटल कॉलेज एवं अस्पताल शिमला रोगी कल्याण समिति के नियामक मंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में वर्ष 2021-22 में 177 लाख रुपए की प्राप्ति और 380 लाख रुपए का अनुमानित बजट को अनुमोदित किया गया । वहीं वित्तीय वर्ष 2019-20 में 71 लाख और 2020-21 में 175 लाख रुपए के व्यय को भी समिति द्वारा अनुमोदित किया गया।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि डेंटल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के मकसद से 250 किलो वोल्ट एम्पियर डीजी सेट खरीदने की अनुमति प्रदान की गई। जिससे ओपीडी की सभी कुर्सियों को डीजी सेट के साथ जोड़ा जाएगा ताकि बिजली जाने की स्थिती में डाक्टरों और मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं रेडियोलॉजी विभाग के लिए एक नई 3-डी सीबीसीटी मशीन खरीदने की अनुमति भी प्रदान की गई। जिसकी लागत लगभग 65 से 70 लाख रुपए आंकी गई है। ये मशीन ट्रॉमा ऑर्थो इम्प्लांट आरसीटी आदि मामलों के रोगियों को फायदेमंद रहेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश के साथ लगते राज्य के सरकारी अस्पतालों एवं कॉलेजों के यूजर चार्जेज को ध्यान में रखते हुए समिति द्वारा कुछ टेस्ट के यूजर चार्जेज में संशोधन किया गया ताकि डेंटल कॉलेज में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि यह निर्णय लागत सामग्री के दर वृद्धि को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और दर में वृद्धि लागत सामग्री से ज्यादा नहीं रखा गया है ताकि गरीब व्यक्ति अस्पताल में अपना इलाज करवा सके।