शिमला, 4 सितंबर : हिमाचल में एक युवा आईपीएस (IPS) अधिकारी अमित यादव ने टैक्नोलाॅजी के बूते साइबर क्राइम (Cyber Crime) को काबू करने का मकसद तय किया है। हालांकि, वो पुलिस की सामान्य कार्रवाई में भी बेहतरीन करने का प्रयास शुरू कर चुके हैं, लेकिन इस बात से भी बखूबी वाकिफ हैं कि लोहा, लोहे को ही काटता है। 31 साल के आईपीएस अधिकारी अमित यादव ने सोलन के नालागढ़ से बतौर सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) अपनी पारी शुरू कर दी है।
मूलतः हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले अमित यादव ने बचपन से अपने पिता को प्रशासनिक व्यवस्था में मशगूल रहते देखा था। अक्सर ही महसूस होता था कि वो भी यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद लोक सेवा में बेहतरीन कर सकते हैं। मगर इलैक्ट्रिाॅनिक्स व कम्युनिकेशन (Electronics & Communication) में बीटेक (B.Tech) की पढ़ाई करने के बाद कैरियर का पड़ाव बदल गया।
सीडीएस (CDS) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ट्रेनिंग में भी चले गए थे। लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद एनटीपीसी (NTPC) में डिप्टी मैनेजर (Deputy Manager) के अलावा रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) के अधीन विभाग में सहायक निदेशक भी रहे। इसी बीच वो अपने बचपन का ख्वाब नहीं भूले थे। 2019 में वो लम्हा आ गया, जब 28 साल की उम्र में यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा को क्रैक कर लिया। चूंकि पिता सरकारी नौकरी में थे, लिहाजा तबादले (Transfer) भी होते रहते थे। आईपीएस अमित यादव ने हरियाणा के 6 जिलों में स्कूली शिक्षा ग्रहण की है। अब परिवार पंचकूला में सैटल हो गया है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में युवा आईपीएस ने माना कि पहला ध्येय (Goal) आईएएस बनना था। आईपीएस बनना दूसरा विकल्प (Option) था। मगर वो इस बात को बखूबी जानते हैं कि यहां भी बेहतरीन करने का बड़ा मौका है। उनका कहना था कि सरकारी व्यवस्था को प्रौद्योगिकी (Technology) से जोड़ना बेहद जरूरी है। उदाहरण के तौर पर अगर साइबर क्राइम (Cyber Crime) होता है तो उसे टैक्नोलाॅजी से ही क्रैक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर ही इंजीनियरिंग (Engineering) की पढ़ाई पुलिस प्रणाली में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि युवा पीढी को हमेशा ही खुद की पहचान पहले करनी चाहिए। अगर वो खुद को यूपीएससी के लिए फिट आंकते हैं तो एक योजनाबद्ध तरीके से तैयारी में जुट जाना चाहिए। उनका कहना था कि यूपीएससी में आने से पहले 8 साल तक उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया। वो अनुभव भी काम आएगा।
आईपीएस अमित यादव ने कहा कि वो बतौर सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) अपना बेहतरीन करने का प्रयास करेंगे।