हमीरपुर, 17 अगस्त : समाज में फैल रही नशा प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिए अब पंचायतों ने कमर कसी है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत पट्टा ने भी एक अहम निर्णय लेते हुए यह ऐलान किया है कि बीपीएल परिवार का कोई सदस्य यदि नशे की हालत में मिला तो परिवार को बीपीएल के लाभ से वंचित कर दिया जाएगा। महज नाम के लिए खुद को गरीब बताकर बीपीएल श्रेणी का लाभ लेने वाले उन परिवारों पर कार्रवाई का पंचायत ने मन बना लिया है।
जैसे ही बीपीएल परिवार के सदस्यों के शराब पीकर हुड़दंग मचाने या फिर रोजाना शराब पीने की शिकायत ग्राम पंचायत पट्टा के प्रतिनिधियों को मिलेगी, वैसे ही उन लोगों को बीपीएल श्रेणी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। पंचायत प्रतिनिधियों पर सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है।
ग्राम पंचायत पट्टा की प्रधान गीता देवी ने बताया पंचायत के कई क्षेत्रों में ऐसा देखने को मिला है कि कई परिवार जो कि बीपीएल में हैं, उनके सदस्य रोज शराब का सेवन कर परिवार को भी परेशान कर रहे हैं। इसके साथ ही कई बार पट्टा बाजार में भी शराब पीकर हुड़दंग मचाते हुए ऐसे लोगों को देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बीपीएल का लाभ सिर्फ पात्र को ही मिलना चाहिए। जो बीपीएल में होने के बाद शराब का सेवन कर सकता है, वह बीपीएल की श्रेणी का हकदार नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि कोई बीपीएल परिवार का सदस्य दारू के नशे में पाया गया तो उस परिवार का नाम बीपीएल सूची के काट दिया जाएगा। नशाखोरी के कारण बिगड़ते हालातों के चलते पंचायत ने यह निर्णय लिया है। इस निर्णय को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। अब सिर्फ पंचायत ऐसे लोगों पर नियम अनुरूप कार्रवाई अमल में लाएगी।