शिमला,03 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में उछाल आने और तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर राज्य सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों से आने वाले सैलानियों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य बना दिया है। प्रदेश कैबिनेट की कल देर शाम हुई बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया है। कैबिनेट ने कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लगी होने वाले व्यक्तियों को बिना आरटी पीसीआर रिपोर्ट के राज्य में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में बताया कि कैबिनेट ने कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए बाहर से आने वालों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया है। हालांकि जिन्होंने वेक्सीन की दोनों डोज लगाई होगी, उन पर ये शर्त लागू नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में अभी कोरोना की स्थिति सामान्य है, लेकिन तीसरी लहर के संभावित खतरे से प्रदेशवासियों को सुरक्षित रखना सरकार का दायित्व है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के जोर पकड़ने पर राज्य सरकार ने अप्रैल माह के अन्तिम सप्ताह में आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया था। जून के आरंभ में इसकी अनिवार्यता खत्म कर दी गई थी। इसके बाद प्रदेश में पर्यटकों का सैलाब उमड़ा था, जिस पर केंद्र सरकार ने हैरानी जताते हुए हिमाचल सरकार को आगाह भी किया था।