शिमला, 04 अगस्त : भूस्खलन से एनएच-707 के टूटने की घटना की गूंज मंगलवार को विधानसभा में सुनाई दी। कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने भूस्खलन आने से इस नेशनल हाइवे के बंद होने का मामला उठाया। इसके जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह हाईवे इस समय एनएचएआई के अधीन है। इस 103 किलोमीटर लंबे मार्ग पर काली ढांक के पास भारी भूस्खलन हुआ है। इससे किसी जान का नुकसान तो नहीं हुआ है, लेकिन सड़क को भारी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि लगातार बारिश के कारण इस मार्ग को खोलने के कार्य में देरी हो रही है और इसे बहाल करने में 10 से 15 दिन लगेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल की परिस्थिति यह है कि यहां पर जब लैंड स्लाइड होता है तो भारी मात्रा में होता है। उन्होंने कहा कि शिमला-कालका फोर लेन पर भूस्खलन रोकने को भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग के टूटे हिस्से को स्टडी करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा और यदि जरूरत पड़ी तो इसकी अलाइनमेंट को भी बदला जा सकता है।
इससे पहले कांग्रेस सदस्य हर्षवर्धन चौहान ने सदन में मामला उठाते हुए कहा कि यह एनएच हाटकोटी को जोड़ता है और इसके अवरुद्ध होने से यातायात बंद हो गया है। यह हाइवे उनके हलके में आता है और वहां की लाइफलाइन है। उन्होंने कहा कि एनएच 707 काली ढांक के पास गिरा है और उसे ठीक करने के कार्य में तेजी लाने की जरूरत है।