बद्दी (एमबीएम न्यूज): देश की नामी इलैक्ट्रानिक उत्पाद कंपनी हैवलस के हड़ताली श्रमिकों की शनिवार को हालत बिगड़ गई। मौके पर श्रमिकों का कुशलक्षेम पूछने गए बीबीएन इंटक अध्यक्ष गुरमेल चौधरी व महासचिव राज कुमार चौधरी ने श्रमिकों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ईएसआईसी मॉडल अस्पताल काठा पहुंचाया। बीते 9 दिनों ने अनशन पर बैठे कामगारों की हालत नाजुक बनी हुई है, जिनका ईएसआईसी मॉडल अस्पताल काठा में उपचार चल रहा है।
भूख हड़ताल पर बैठे हैवलस उद्योग के श्रमिक अस्पताल में भर्ती।
उधर इंटक नेताओं ने हैवलस उद्योग प्रबंधन, प्रशासन व श्रम विभाग पर कामगारों की अनदेखी का आरोप लगाया है। बीबीएन इंटक अध्यक्ष गुरमेल चौधरी व महासचिव राज कुमार चौधरी ने कहा कि कामगार बीते 9 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं। लेकिन न तो उद्योग प्रबंधन, न ही प्रशासन और न ही श्रम विभाग ने भूख हड़ताल पर बैठे कामगारों की सुध ली। उन्होंने कहा कि क्या उद्योग प्रबंधन व प्रशासन इंसानियत को भूल गया। अगर श्रमिकों को कुछ हो जाता तो क्या उद्योग प्रबंधन व प्रशासन इसकी जिम्मेदारी लेता।
गुरमेल चौधरी व राज कुमार राजू ने बताया कि जब वह सुबह हैवलस के हड़ताली श्रमिकों का हालचाल पूछने पहुंचे तो उनकी हालत बहुत की नाजुक थी। भूख हड़ताल पर बैठे श्रमिकों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ईएसआईसी अस्पताल काठा में भर्ती करवाया गया। जहां पर अब उनका उपचार चल रहा है। इंटक नेताओं ने कहा कि अगर श्रमिकों ने उद्योग में हो रहे गाली गलौच, धक्केशाही व मारपीट की शिकायत उद्योग विभाग से की तो उसमें क्या गलत किया। हैवलस उद्योग में जहां श्रमिकों से दुर्व्यवहार किया जा रहा है, वहीं उद्योग में श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
इंटक नेताओं ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिस एचएमएस के बैनर तले श्रमिकों ने श्रम यूनियन का गठन किया वह भी उनका साथ छोड़ गए। इंटक ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर हड़ताली श्रमिकों को न्याय नहीं मिला तो इंटक हैवलस उद्योग के खिलाफ आंदोलन छेडऩे से गुरेज नहीं करेगी। इंटक नेताओं ने श्रमिकों की नाजुक हालत की सूचना एसडीएम नालागढ़ हरीकेश मीणा, श्रम अधिकारी बद्दी मनीष करोल व एसपी बद्दी विशेर सिंह चौहान को भी दी।