सुंदरनगर , 30 जुलाई : हिमाचल में पत्रकारों को प्रतिबंधित आतंकी सिक्ख संगठन के ऑडियो मैसेज के माध्यम से धमकी भरे संदेश के वायरल होने से हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को लेकर प्रदेश में सुरक्षा एजंसियों की नींद उड़ गई है। ऑडियो में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू और एक अन्य नेता द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त के दिन प्रदेश में झंडा नहीं फहराने दिए जाने की धमकी दी गई है।
वहीं, मामले को लेकर मंडी दौरे के दौरान सुंदरनगर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मामला उनके ध्यान में आया है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के दिन जहां भी उनका कार्यक्रम होगा वहां तिरंगा झंडा जरूर फहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर जांच एजेंसी के माध्यम से भी मामले की गहनता से जांच करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-21 पर वाहनों पर खालिस्तानी संगठनों के झंडे लगाकर चल रहे बाहरी राज्यों के वाहनों पर भी चिंता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस प्रकार के मामलों को गंभीरता से लेते हुए गहनता से जांच किए जाने के आदेश भी दिए गए।
बता दें कि 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था। आजादी से पहले हिमाचल प्रदेश ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत का हिस्सा था। आजादी मिलने के बाद इसे चीफ कमिश्नर प्रोविंस ऑफ हिमाचल प्रदेश नाम दिया गया। बाद में इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। 1966 में पंजाब के पहाड़ी इलाकों को भी हिमाचल प्रदेश में शामिल किया गया। 1971 में जाकर हिमाचल प्रदेश को भारत के एक राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।