कुल्लू, 28 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का रौद्र रूप जारी है। जगह-जगह पर भूस्खलन हो रहे हैं, तो कही बादल फटने से भयंकर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। किन्नौर हादसे के जख्म भरे ही नहीं थे कि अब जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के तोजिंग नाला में बाढ़ आने से 10 लोगों लापता बताए गए हैं। अचानक आई बाढ़ में जाहलमा नाले का पुल बह गया है। वही लाहौल-घाटी के अधिकतर इलाक़े में संचार व्यवस्था भी ठप्प है। जाहलमा नाले में आई भयंकर बाढ़ से जाहलमा, गोहरमा, फुडा, कोठी व रपडिंग गांव में दहशत फैल गई। लगभग 15 मिनट बाढ़ ने तबाही मचाई।
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पुलिस अधीक्षक लाहौल -स्पीति मानव वर्मा ने बताया कि लापता लोगों की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक कोई अता पता नहीं चल पाया है। प्रशासन लापता लोगों की तलाश कर रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में बीआरओ ग्रेफ-94 आरसीसी के चार व्यक्ति, दो एयरटेल वीटीएल के मजदूर लापता है। जबकि पांगी-किलाड मार्ग पर सफर कर रहे 4 लोग लापता हैं। इसके अलावा तीन लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। एक को गंभीर रूप से घायल को कुल्लू रैफर कर दिया गया है।
डीडीएमए, पुलिस और फायर टीम, आईटीबीपी रेस्क्यू टीम द्वारा इन सभी को सुरक्षित बचाया गया है। इन सभी को घायल अवस्था में उपचार के लिए आरएच केलांग पहुंचाया गया है।
मणिकर्ण ब्रह्मगंगा में आई बाढ़, मां-बेटा बहे
वहीं मणिकर्ण में बुधवार सुबह ठीक छह बजे भारी बारिश हुई और ब्रह्मगंगा में बाढ़ आ गई। बाढ़ में मां-बेटा बह गए हैं। वहीं एक कैंपिंग साइट भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। बताया जा रहा है कि इस बाढ़ में एक और महिला भी लापता हो गई है।
जानकारी के अनुसार जैसे ही ब्रह्मगंगा नदी का जलस्तर ने विकराल रूप धारण किया तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। इसी दौरान जब बाढ़ का पानी एक घर की तरफ बढ़ गया तो माँ-बेटा भी सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे थे, लेकिन वो इसकी चपेट में आ गए।