संगड़ाह, 14 जुलाई : सुबह 6 बजे का वक्त है। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ खजान सिंह घर पर सो रहे हैं। अचानक ही फोन की घंटी घनाघना उठती है। सूचना मिलती है कि नौहराधार के नजदीक सोलन-मिनस मार्ग अवरुद्ध हो गया है। मात्र 20 मिनट में ही मौके पर पहुंच जाते हैं। व्यक्तिगत रूप से लेबर को फोन पर बुलाने की कोशिश करते हैं। बमुश्किल 3-4 मजदूर ही पहुंच पाते हैं। बस फिर क्या था, एसडीओ साहब ने भी जाबल को उठाकर सड़क पर पहुंची बड़ी चट्टान को तोड़ना शुरू कर दिया।
दिक्कत ये भी थी कि विभाग की जेसीबी चैरास में बे्रक डाऊन थी। एसडीओ की इस सोच की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया में सामने आई। इसके बाद एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने मामले को खंगालना शुरू किया। तब इस बात का खुलासा हुआ कि तकरीबन एक घंटे तक एसडीओ ने मजदूरों के साथ चट्टान को तोड़ा। हालांकि सड़क मार्ग तड़के 3 बजे के आसपास अवरुद्ध हुई थी। इसकी सूचना विभाग को 6 बजे के आसपास मिली थी। तकरीबन 7 बजे तक सोलन-मिनस मार्ग पर यातायात को बहाल कर दिया गया था।
एसडीओ के इस तरह से कार्य करने की मिसाल पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इस मामले पर एसडीओ खजान सिंह से संपर्क किया। उन्होंने बार-बार इस बात की गुजारिश की कि इसमें खबर वाली कोई बात नहीं है, वो तो अपना दायित्व निभा रहे थे। उनका कहना था कि उन्हें नहीं पता कि तस्वीर किसने सोशल मीडिया में अपलोड की है।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखने वाले खजान सिंह मूलतः जरग गांव के रहने वाले हैं। करीब दो साल पहले एसडीओ के पद पर नौहराधार में प्रमोट हुए थे। उनका कहना ये भी था कि लेबर की कमी थी, साथ ही जेसीबी भी उपलब्ध नहीं थी। उनके सामने खुद मैदान में उतरने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि जब उन्होंने पत्थर को तोड़ना शुरू किया तो मौके पर मौजूद लेबर का भी हौंसला बढ़ गया। साथ ही सड़क पर फंसे लोगों ने भी विभाग की पूरी मदद की।